Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 December, 2020 12:00 AM IST
spiny gourd and health

आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सेहत के लिए साक्षात वरदान की तरह है. इसका नाम कर्कोटकी है, जिसे आम भाषा में ककोरा भी कहा जाता है. स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ये सब्जीहमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है.

इसको कई बीमारियों के उपचार में, जैसे- यह पेट संबंधी बीमारियां, बवासीर, खुजली, सिरदर्द, कानदर्द और खांसीजैसी आम बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जा सकता है. चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं.

खास है कर्कोटकी

कर्कोटकीकी सब्जी का सेवन साग के रूप में किया जाता है, इसके नर एवं नारी फूल की लताएं अलग-अलग होती हैं, नर पुष्प की लता को बांझ ककोड़ कहा जाता है, क्योंकि उसमें फल नहीं लगते. जबकि स्त्री पुष्प की लता को ककोड़ा कहा जाता है.इसके बीजों का आकार परवल की तरह होता है और इसके फल मुलायम कांटों से युक्त होते हैं. कच्ची अवस्था में इसके फल धतूरे कीतरह दिखते हैं.

अन्य भाषाओं में नाम

कर्कोटकीकी तासीर गर्म और स्वाद कड़वा होता है. इसका वानास्पतिक नाम मोमोर्डिका डायोइका(Momordica dioica) है. अंग्रेजी में इस सब्जी कोस्पाईन गॉर्ड (Spine gourd) कहते हैं, जबकि भारत के विभिन्न प्रांतों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है.

बालों का झड़ना रोके

आज के समय में लोगों के बाल तेजी से झड़ रहे हैं, ये समस्या स्त्री और पुरूष दोनो में आम है. कर्कोटकी की जड़ को घिसकर अगर बालों में लगाया जाए, तो बालों का झड़ना रूक जाता है. इसके साथ ही बालों के सफेद होना, रूसी होने या उनकेरूखे होने की शिकायत से राहत मिलती है.

खांसी से छुटकारा

अगर आपकी खांसी सही नहीं हो रही है, तो आपको कर्कोटकी का सेवन करना चाहिए. ककोड़ा कन्द और काली मरिच को चूर्ण बनाकर पीने से खांसी ठीक हो जाती है.

पेट के इंफेक्शन में कर्कोटकी फायदेमंद

कई बार गलत खाने-पीने के कारण पेट में गड़बड़ी हो जाती है. कर्कोटकी के सेवन से पेट की शिकायत दूर होती है. इसके जड़ को भूनकरपीसने के बाद 400 मिग्रा को मात्रा में खाने से पेट साफ हो जाता है. इतना ही नहीं, अगर आपको बवासीर की शिकायत है, तो ऐसा करने से वो भी दूर हो जाती है.

पीलिया दूर करती है कर्कोटकी

अगर किसी को पीलिया की शिकायत है, तो उसे कर्कोटकी का सेवन करना चाहिए. इसके जड़ के रस केसेवन से पीलिया की समस्या समाप्त होती है.

मानसिक तनाव करता है दूर

आज के समय में ऑफिस वर्क का तनाव बढ़ने लगा है. यही कारण है कि हर कोई अपने आप को मानसिक रूप से थका हुआ और कमजोर महसूस कर रहा है. मानसिक तनाव को दूर करने के लिए कर्कोटकी का सेवन किया जा सकता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व आपके मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक ऑफिस में काम करने वाले लोगों को सप्ताह में एक बार इसका सेवन सब्जी के रूप में जरूर करना चाहिए.

English Summary: Spiny gourd is very good for your health know more about ayurvedic power of spiny gourd
Published on: 22 December 2020, 03:02 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now