भारत में कई तरह के आयुर्वेदिक औषधियां पाई जाती हैं. इन औषधियों का प्रयोग ना सिर्फ हमारे देश में बल्कि विदेशों में भी बड़े स्तर पर होता है. स्वास्थवर्धक होने के साथ-साथ ये औषधियां महंगी भी है. मदार का पौधा भी एक ऐसा ही पौधा है, जिसमे अनेक स्वास्थवर्दक गुण छुपे हुए हैं.
मदार का पौधा लगभग भारत के हर राज्य में पाया जाता है, लेकिन आमतौर पर लोग इसके बारे में बहुत कम जानते हैं. इस पौधें को लेकर आम धारणा यही है कि ये जहरीला होता है और इसके सेवन से जान जा सकती है. वैसे हम भी इस बात से कभी मना नहीं करते कि मदार के पौधें में जो दूध पाया जाता है, वो विष का काम करता है. लेकिन ये भी सत्य है कि अगर इस पौधें का सेवन उचित मात्रा में, सही मात्रा में, डॉक्टरी सलाह पर किया जाए तो औषधी औषधी का काम करती है.
ये होते हैं फायदेः
बिच्छू द्वारा डंक काट लेने पर इसके दूध को उस जगह लगाने से राहत मिलती है. इतनी ही नहीं अगर आपको किसी तरह चोट लग गया हो या गहरे घाव हो गए हो, तो आप उस जगह इसकी पत्तियों को सरसों के तेल के साथ लगाए. ऐसा करने से घाव से मलाड निकल जाता है और घाव जल्दी सूख जाता है.
अगर आपके सिर में दर्द है और आपको आराम नहीं मिल रहा है तो आप एक बार मदार के पीले पत्तों को घी में चुपड कर सेंक लें और इसके अर्क निचोड़ कर कान में डालें. ऐसा करने से सिर का दर्द चला जाएगा और बहरापन दूर होता है। इतना ही नहीं अगर आप कुत्ते के विष से पीड़ित हैं तो मदार का पौधा आपको आराम दे सकता है. मदार के दूध में काली मिर्च पीस कर भिगोने के बाद उसे प्रतिदिन प्रातः समय चटूकी भर खाये 9 दिन में कुत्ते का विष शांत हो जाएगा.