बदलते हुए वक्त के साथ दुनिया भर में कई प्रकार की गंभीर बीमारियां फैलती जा रही है. इन बीमारियों से एक तरफ जहां इंसान का शरीर कमजोर होता जा रहा है, वहीं उसके धन की हानि भी हो रही है. कई-कई बार तो इन बीमारियों के दवाईयों का खर्चा इतना अधिक होता है कि घर का पूरा बजट ही खराब हो जाता है. हालांकि अधिकतर बीमारियों का उपचार आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से संभव है, लेकिन जानकारी के अभाव में हम उसका लाभ नहीं उठा पाते.
आज हम आपको एक ऐसे ही आयुर्वेदिक पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका हर एक भाग किसी न किसी रूप में सेहत के लिए खजाना है. दरअसल आज हम आपको वाटरहीस्सोप (Waterhyssop ) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आम भाषा में हम ब्राह्मी के नाम से जानते हैं. आम तौर पर सामान्य सा समझे जाने वाला ब्राह्मी कितने काम का हो सकता है, आज हम आपको बताएंगें.
मस्तिष्क के लिए लाभकारी
एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी व एंटीकॉन्वेलसेंट का खजाना अगर किसी पौधे में सबसे अधिक है, तो वो ब्राह्मी में है. इसलिए अगर आप मस्तिष्क से जुड़े कार्य अधिक करते हैं, ऑफिस के तनाव से परेशान और थके हुए रहते हैं, तो इसका सेवन करना शुरू कर दें.
तुरंत करता है रक्त संचार
जिन लोगों के शरीर में रक्त संचार से जुड़ी शिकायत है, उन्हें ब्राह्मी का सेवन करना चाहिए. इसमें मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ ही नसों में उसका प्रवाह बढ़ाता है.आज के समय में हर इंसान परेशान है, ऐसे में ब्राह्मी सभी के लिए फायदेमंद है. ये चिंता और तनाव को कम करने के साथ ही आपको तरोताजा रखता है.
कैंसर को देता है मात
कैंसर आज सबसे गंभीर बीमारी के रूप में हमारे समाज को अपनी चपेट में ले रहा है. आपको शायद ही पता होगा कि ब्राह्मी एंटीकैंसर गुणों का खजाना है, विशेषकर मस्तिष्क के ट्यूमर को दूर करने में इसका कोई जवाब नहीं. कैंसर की अधिकतर दवाईयों में इसका उपयोग होता है. इसके साथ ही स्तन कैंसर और कोलन कैंसर में भी ये प्रभावकारी है.
दर्द निवारक है ब्राह्मी
अगर आप किसी दर्द से जूझ रहे हैं, तो ब्राह्मी का सेवन करना शुरू कर दें. दर्द निवारक के रूप में ब्राह्मी का लोहा विज्ञान भी मानता है, क्योंकि इसमें एंटीनोसिसेप्टिव पाया जाता है. इसके साथ ही न्यूरोपैथिक दर्द की शिकायत में भी ये लाभकारी है.
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती
शरीर से कमजोर हैं, तो ब्राह्मी आपके लिए प्राकृतिक रूप से लाभकारी है. इसके सेवन से हमारे शरीर को मजबूती मिलती है, साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण बढ़ती उम्र की शिकायतों को दूर कर देते हैं.
शुगर नियंत्रिक
एंटीऑक्सीडेंट खजानों के साथ-साथ एंटीडायबिटिक गुणों से भी भरपूर है ब्राह्मी, जिस कारण शुगर को नियंत्रित करने में ये सबसे अधिक कारगर है. इतना ही नहीं अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज है, तो भी आप इसका सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटीहाइपरग्लाइसेमिक होता है.
मिर्गी में लाभकारी
आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी को नर्व टॉनिक के रूप में देखा जाता है, जिस कारण जैविक और कार्यात्मक नर्वस सिस्टम के शिकायतों को दूर करने में ये असरदार है. अगर किसी को मिर्गी की शिकायत है, तो उसके लिए ब्राह्मी फायदेमंद है. ब्राह्मी के सेवन से इस रोग को बहुत हद तक दूर किया जा सकता है.
नोटः यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए लिखा गया है, अगर आपका पहले से कहीं उपचार चल रहा है या आप दवाईयों का सेवन कर रहे हैं, तो एक बार अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें.