बीमारी से निजात दिलाने वाले औषधीय पौधों की खरीद अब आप कर सकते है घर बैठे बुक, दरअसल, उत्तराखंड राज्य द्वारा उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान नाम की एक ऑनलाइन वेबसाइट चलाई जा रही है, जिसमें आप औषधीय पौधों की श्रेणी देख सकते हैं और उनके बारें में और अधिक डिटेल में जान सकते हैं, तथा आवश्यकता अनुसार इन पौधों की ऑनलाइन खरीद भी कर सकते हैं.
बता दें कि उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान सामाजिक आर्थिक विकास के साथ-साथ जैव विविधता का संरक्षण कर रहा है और 1145 दुर्लभ और विलुप्त प्रजाती में से 386 प्रजातीयों को संरक्षण देने का काम कर चुका है. पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कई कार्य किए जा रहे हैं.
आपको बता दें कि अनुसंधान द्वारा प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कुल 13 नर्सरी चलाई जा रही हैं, जहां पर मौसम और जलवायु के अनुसार उस क्षेत्र के पौधों को संरक्षित और उनकी देखभाल करने का कार्य कर रहे हैं.
कम कीमत पर खरीदें तुलसी और रुद्राक्ष के पौधे
औषधीय पौधों का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है, चंदन, तुलसी, रुद्राक्ष आदि जैसे औषधीय पौधें जो कि स्वास्थ के लिए काफी लाभदायक है उन्हें केवल 100 रुपये में खरीद सकते हैं. इतना ही नहीं हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले पौधों को भी आप कम कीमत पर खरीद सकते हैं.
मात्र 20 रूपये है इन पौधों की कीमत
घातक बीमारीयों से लड़ने में ये औषधीय पौधें बहुत ही कारगर है, जो अनुसंधान की नर्सरी में पाये जाते हैं. कथनार पौधा जो कि कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने में कारगर है. कासनी (डीआरडीओ द्वारा प्रमाणित) शुगर को कंट्रोल में रखता है. अर्जुन की छाल, हृदय रोग में उपयोगी है. गिलोय, बुखार और रोध-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में है कारगर, अश्वगंधा, नर्व सिस्टम को मजबूत करने में है सहायक, दमबेल का पौधा खांसी, दमा की बीमारी में मददगार है.
यदि आप भी इन औषधीय पौधों की खरीद करना चाहते हैं, तो उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान की आधिकारिक बेवसाइट https://ukfri.org/ में जाकर बुकिंग कर सकते हैं. अनुसंधान द्वारा चलाएं जा रहे कार्यों से उनकी आय में बढ़ोतरी तथा रोजगार के अवसर मिलेंगे.