वर्तमान समय में आम फसलों की अपेक्षा फलों और फूलों की खेती किसान अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. यही कारण है कि आज के समय में बागवानी महज शौक नहीं, बल्कि युवाओं को एक करियर ऑप्शन दिखाई देने लगा है.
प्रकृति से प्यार करना सीखाती है बागवानी
आज जब हर कोई अपनी कमाई के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहा है, ऐसे में हॉर्टिकल्चर का बिजनेस प्रकृति से प्यार करते हुए कमाई करना सीखा रहा है. आज हजारों लोग अच्छी गुणवत्ता के बीज, फल एवं फूल तैयार कर अपना जीवन यापन गर्व के साथ कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप प्रशिक्षित गार्डनर बनना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है.
किसी भी राज्य से कर सकते हैं आवेदन
केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (लखनऊ)युवाओं को गार्डनिंग का कोर्स करवा रहा है. इस कोर्स के लिए देश के किसी भी राज्य से युवा आवेदन कर सकते हैं. इस काम को सीखने के बाद युवाओं के पास स्वरोजगार के कई अवसर मौजूद होंगे, ऐसा संस्थान का मानना है.
बागवानी क्यों है फायदेमंद
हमारे देश में अलग-अलग तरह की मिट्टी और जलवायु है, जिस कारण विभिन्न प्रकार की फलों एवं फूलों की खेती यहां संभव है. अच्छी बागवानी की ट्रैनिंग से इन फसलों को कम लागत और श्रम में अधिक विकसित किया जा सकता है.
इस तरह करें आवेदन
इस कार्स को करने के लिए ऑनलाइन आवेदन cish@icar.gov.in पर मेल कर सकते हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक बैच लगभग एक महीने का है. प्रशिक्षण पूरी होने के बाद परीक्षा ली जाएगी और कृषि कौशल विकास परिषद की तरफ से सर्टिफिकेट दिया जाएगा. ध्यान रहे कि इस सर्टिफिकेट का लाभ राज्य या केंद्र सरकार की नौकरियों में होगा.
पिछले साल 800 बच्चों ने लिया था प्रशिक्षण
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस कोर्स के लिए अभी तक हजारों लोगों ने आवेदन कर दिया है. आपको बता दें कि अभी पिछले ही साल संस्थान 800 से अधिक लोगों को बागवानी का प्रशिक्षण दे चुकी है.