Mango Verities: आम एक ऐसा फल है, जिस खाना लगभग सभी लोग पसंद करते हैं. इसे फलों का राजा भी कहा जाता है, क्योंकि हर कोई इन्हें खाना पंसद करता है. भारत में आम की कई किस्में पाई जाती है, जिनमें से कुछ की सबसे अधिक मांग रहती है, जैसे - दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली और हुस्नआरा आदि. लेकिन क्या आप जानते हैं इन दिनों हुस्नआरा आम की डिमांड मार्केट में काफी अधिक है, इसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं, जिससे यह काफी महंगा भी बिक रहा है.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, हुस्नआरा आम की खासियत क्या है, जिससे अधिकतर लोग इन्हें अधिक कीमत में खरीदने को तैयार है?
मार्केट में है भारी मांग
हुस्नआरा आम की मांग पूरे देश में रहती है, जिससे किसान इसकी खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. हुस्नआरा आम अपने रंग, स्वाद और मिठास के लिए काफी लोकप्रिय है. यह एक ऐसा आम है, जिसे आप एक बार खाने के बाद 2–4 आम कब में खा जाते हैं पता भी नहीं लगता. हुस्नआरा आम स्वादिष्ट होने के साथ-साथ काफी रसीला भी होता है, जिससे अधिकतर लोग इसे खाना पसंद करते हैं. मार्केट में इस आम की काफी अच्छी मांग रहती है, जिससे किसान भी आम की इस किस्म की खेती पर ज्यादा जोर दें रहे हैं.
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रसीला और स्वादिष्ट आम
हुस्नआरा, आम की एक रंगीन वैरायटी है, जितने आम देखने में सुंदर लगते हैं उतना ही इन्हें खाने में मीठा और रसीला स्वाद भी मिलता है. जिस वजह से अधिकतर लोग इस किस्म के आमों को खाना ज्यादा पसंद करते हैं और मार्केट में इनके एक किलो का भाव 200 से 300 रुपये के आसपास होता है. इस किस्म के आम किसान कम मात्रा में उगाते हैं, जिससे ये महंगा बिकते हैं.
हुस्नआरा आम की खासियत
इस किस्म के आम का रंग सुर्ख होता है, और जब यह कच्चा होता है, तो इसका रंग हरा दिखाई देता है. पक जाने के बाद हुस्नआरा आम सुनहरा, पीला और सुर्ख लाल हो जाता है. इस किस्म के आम का छिलका काफी पतला होता है, जो कश्मीरी सेब की तरह होता है. इस आम को पूरी दुनिया में इसकी खूबसूरती के लिए पहचाना जाता है.
कम समय में अच्छा कमाई
किसान इस आम की खेती करके काफी अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके पेड़ से अच्छा उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है, जिससे किसान इसके एक पेड़ से 20,000 रुपये तक की आमदनी कर सकते हैं. पौधा लगाने के लगभग 3 साल के भीतर इसके पेड़ से आपको फल मिलने शुरू हो जाते हैं. इसके पेड़ पर जमीन से लगभग 6 इंच की ऊंचाई पर फल लगते हैं.