आजकल किसान पारंपरिक खेती के अलावा बगीचे में फूल उगाकर भी बेहतर कमाई करने में कामयाब होते हैं. फूल भी कई प्रकार के होते हैं. क्या आपने कभी अमर फूल के बारे सुना है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल, इस फूल की कई खासियत हैं. तो आइये इस फूल से संबंधित कुछ मुख्य बातों पर एक नजर डालें.
अमर फूल की विशेषताएं
इम्मोर्टेल फूल में छोटी और कागज जैसी पंखुड़ियां होती हैं. जो आमतौर पर पीले या सुनहरे रंग की होती हैं. फूल का ऊपरी हिस्सा सूखा होता है और इसे लंबे समय तक संरक्षित किया जा सकता है. खास बात यह है कि सूखने के बाद भी इसका आकार और रंग बरकरार रहता है.
विभिन्न कामों में इस्तेमाल
जैसा कि नाम से पता चलता है, इम्मोर्टेल फूल में समय के साथ अपनी सुंदरता और रूप बनाए रखने की क्षमता होती है. इसका उपयोग अक्सर सूखे फूलों की सजावट और विभिन्न शिल्पों में किया जाता है. इस फूल को चिरस्थायी प्रेम, स्मरण और अमरता का प्रतीक माना जाता है. इसे स्मारक पुष्पांजलि और सहानुभूति के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.
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औषधीय उपयोग
अमर फूल की कुछ प्रजातियों में औषधीय गुण होते हैं. इन्हें रोगाणुरोधी और त्वचा-पुनर्जीवित गुणों के लिए उपयोग किया जाता है. अमर फूल अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में पनपते हैं और धूप वाले स्थानों को पसंद करते हैं. यह फूल भारत के अलावा अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों सहित विभिन्न क्षेत्रों में भी पाए जाते हैं. इस फूल से तेल भी बनाया जाता है. जिसका इस्तेमाल कई रोगों को दूर करने में किया जाता है.
वैसे तो भारत के लगभग सभी नर्सरी में अमर फूल को उगाया जाता है. लेकिन प्रमुख तौर पर इस फूल को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र आदि में उगाया जाता है. इसकी खासियत से आपको यह अंदाजा लग गया होगा कि इस फूल से किसान कितनी कमाई कर सकते हैं.