केंद्र सरकार महंगाई भत्ते में बंपर इजाफा करने ही वाली है, जिसके बाद से कर्मचारियों को मिलने वाले DA में बढ़ोतरी होगी. लेकिन इससे पहले ही राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) ने राज्य के पशु चिकित्सा सहायकों को हार्ड ड्यूटी भत्ता देना का ऐलान कर दिया है, जो इसी महीने से मिलना शुरू होगा.
पशु चिकित्सा सहायकों को मिलेंगे प्रतिमाह 200 रुपए
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सा सहायकों को भी हार्ड ड्यूटी भत्ता मिलेगा. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भत्ता दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान भी कर दी है. मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार के इस निर्णय से राज्य के पशु चिकित्सा सहायकों को 1 अप्रैल, 2023 से प्रतिमाह 200 रुपए दिए जाएंगे. इस बात की जानकारी राजस्थान सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट CMO Rajasthan पर भी दी गई है. इसके अलावा सरकार ने इसकी अपडेट अपने अधिकारिक वेबसाइट पर भी दी है.
बजट 2023-24 में किया था कई घोषणाओं का ऐलान
बता दें कि वर्तमान समय में राज्य के पशु चिकित्सक को 500 रुपए प्रतिमाह और पशुधन सहायक को प्रतिमाह 200 रुपए प्रतिमाह हार्ड ड्यूटी भत्ता मिल रहा है. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा वेतन विसंगति परीक्षण समिति का गठन किया गया था, जिसके द्वारा विभिन्न सेवाओं के विशेष चयन नियमों में निर्धारित विशेष भत्ते की विद्यमान दर को संशोधित करने की सिफारिश की गई है.
मुख्यमंत्री ने बजट 2023-24 (Budget 2023-24) में कर्मचारियों एवं अधिकारियों को वर्तमान में देय स्पेशल अलाउंस एवं स्पेशल पे में वेतन विसंगति परीक्षण समिति की अभिशंषा के अनुरूप वृद्धि किए जाने के लिए घोषणा की थी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जनता की भलाई के लिए बजट 2023-24 में बेहतरीन योजनाएं व घोषणाएं की थी. जिन पर सरकार धीरे-धीरे काम कर रही है. देखा जाए तो अभी तक सरकार ने अपनी कई घोषणाओं पर कार्य करना शुरू भी कर दिया है.
प्रदेश का भविष्य युवाओं पर
वहीं दूसरी तरफ राजस्थान सरकार ने आज राजीव गांधी वेलफेयर सोसायटी द्वारा नि: शुल्क सैटेलाइट कक्षाओं का शुभारंभ समारोह में कहा कि अब राजस्थान में पहले जैसी स्थिति नहीं रही है. देखा जाए तो राजस्थान का शिक्षा सहित हर एक क्षेत्र में चहुमुखी विकास हो रहा है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि साल 1998 में जब पहली बार मुख्यमंत्री बना, उस समय मात्र राजस्थान में 6 विश्वविद्यालय थे. वहीं अब इनकी संख्या 91 हो चुकी हैं.
इसी के साथ इस कार्यकाल में ही 303 महाविघालय शुरू किए गए हैं. जिनमें लगभग 130 कन्या महाविद्यालय हैं. साथ ही इस समारोह में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश का भविष्य युवाओं पर है. इसलिए युवाओं के सर्वागीण विकास में राज्य सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है.