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Updated on: 8 November, 2024 12:00 AM IST
भैंस की इन 5 नस्लों के साथ शुरू करें डेयरी फार्मिंग (Image Source: Social media)

Buffalo Best For Dairy: पशुपालन और डेयरी फार्मिंग किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि मानी जाती है, इससे दूध, खाद और अन्य कृषि उत्पाद प्राप्त होते हैं. वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह कई लोगों के लिए कमाई का मुख्य साधन होता है. ऐसे में अगर आप डेयरी फार्मिंग की शुरूआत करना चाहते हैं, तो हम आपके लिए 5 ऐसी भैंसों की नस्लों की जानकारी लेकर आए हैं, जिनका पालन करके आप मोटी कमाई कर सकते हैं. इन नस्लों की भैंसें के पालन से अधिक दूध उत्पादन प्राप्त होता है और इनके रख-रखाव में भी अधिक खर्च नहीं आता.

आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, डेयरी फार्मिंग के लिए आप किन 5 नस्लों की भैंस का पालन कर सकते हैं?

1. मुर्रा भैंस

भैंस की मुर्रा नस्ल दुधारू नस्लों में सबसे प्रमुख मानी जाती है. देश के कई राज्यों में किसानों व पशुपालकों के बीच भैंस की यह नस्ल काफी लोकप्रिय है. हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के अधिकतर किसान मुर्रा भैंस का पालन करना पंसद करते हैं. मुर्रा नस्ल की भैंस एक ब्यांत में लगभग 1750 से 1850 लीटर तक दूध दे सकती है. इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा 9 प्रतिशत तक पाई जाती है. वही, अगर हम मुर्रा भैंस की पहचान करें, तो यह भैंस गहरे काले रंग की होती है और पूछ निचले हिस्से पर सफेद धब्बे पाए जाते हैं.

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2. जाफराबादी भैंस

भैंस की जाफराबादी नस्ल गुजरात के ज्यादातर इलाकों में पाई जाती है. इस नस्ल की भैंस एक ब्यांत में लगभग 1000 से 1200 लीटर तक दूध दे सकती है. जाफराबादी भैंस का सिर और गर्दन आकार में भारी होता है, इसका माथा चौड़ा और सींग पीछे की तरफ मुड़े होते हैं. इस नस्ल की भैंस का रंग गहरा काला होता है.

3. मेहसाना भैंस

भैंस की मेहसाना नस्ल का रंग काला और भूरा होता है. इस भैंस का औसत कुल वजन करीब 560 किलोग्राम तक होता है. वही इस भैंस के सींग दरांती के आकार के होते हैं. मेहसाना भैंस कुछ-कुछ मुर्रा नस्ल की भैंस की तरह दिखाई देती है. मेहसाना नस्ल की भैंस एक ब्यांत में लगभग 1200 से 1500 किलो तक दूध दे सकती है.

4. सुर्ती भैंस

भैंस की यह नस्ल औसत उत्पादन क्षमता 900 से 1300 लीटर प्रति व्यात तक दूध देती है. इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा करीब 8 से 12 प्रतिशत होता है. इस भैंस का सिर लंबा और सींग आकार में दराती की तरह होते हैं. इस नस्ल की भैंस का रंग भूरे से सिल्वर सलेटी और काला रंग होता है.

5. पंढरपुरी भैंस

पंठरपुरी भैंस की नस्ल अन्य भैंस की तुलना में काफी अलग होती है. इस भैंस के सींग काफी लंबे 45 से 50 सेमी होते हैं. वहीं इस नस्ल की भैंस का रंग गहरा काला होता है. इसके अलावा इस नस्ल की भैंस के सिर पर सफेद निशान भी होते हैं. पंढरपुरी भैंस की नस्ल औसत दूध उत्पादन क्षमता लगभग 1700 से 1800 किलोग्राम प्रति व्यात होती है.

English Summary: start dairy farming with these 5 breeds of buffalo income will double
Published on: 08 November 2024, 03:29 IST

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