जहां कुछ दिन पहले कोरोना वायरस की दहशत फैली हुई थी वहीं ऐसी ही एक और खबर सामने आ रही है. ओडिशा राज्य के भुवनेश्वर शहर में दिल दहला देने वाला नज़ारा देखा जा सकता है. यहां हज़ारों की तादाद में मुर्गे, मुर्गियों और चूज़ों को दफ़नाए जाने की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही कुछ को दफ़नाया भी जा चुका है.
दरअसल, यह हड़कंप बर्ड फ्लू वायरस (Bird Flu Virus) की वजह से मचा हुआ है. पूरा शहर इस बर्ड फ्लू की चपेट में न आ जाए, इसके लिए यह कदम उठाने का फैसला किया गया है. आपको बता दें कि जिस तरह लोगों के बीच कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा, ठीक वैसी ही स्थिति न आ जाए, इसके लिए अगले कुछ दिनों में रैपिड रिस्पॉन्स टीम अपने काम को अंजाम देगी. इसके तहत हजारों मुर्गे, मुर्गी और चूजों को दफ़न कर दिया जाएगा जिससे बर्ड फ्लू का वायरस लोगों तक न पहुँच सके.
कृषि विश्वविद्यालय के पोल्ट्री फॉर्म को किया गया सील
आपको बता दें कि यह बर्ड फ्लू फैलने की खबर भुवनेश्वर स्थित कृषि विश्वविद्यालय (agriculture university) के पोल्ट्री फॉर्म से आयी है. बर्ड फ्लू फैलने की खबर आने के बाद मामले के प्रति गंभीरता दिखाई गयी. इसी कड़ी में बर्ड फ्लू वायरस को फैलने न दिया जाए, पक्षियों के निपटान का यह ठोस निर्णय लिया गया. इसके साथ ही आला अधिकारियों के निर्देश पर पोल्ट्री फार्म (poultry farm) को सीज़ कर दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही वहां के 15000 मुर्गे, 922 मुर्गियां, 4631 अंडे, 2357 किलो चारे का निपटान किया जाएगा.
रैपिड रिस्पॉन्स टीम घर-घर जाकर फ्लू की पुष्टि के लिए कर रही जांच
वायरस फैलने के कहर से अधिकारियों के निर्देश पर ही रैपिड रिस्पॉन्स की 5 टीमें लोगों के घर जाकर इस बर्ड फ्लू वायरस की जांच कर रही हैं. हाल ही में 12 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों ने पोल्ट्री फॉर्म पहुंचकर वहां की जाँच की. इसके साथ ही 7 टीम मुर्गियों को दफ़नाने की प्रक्रिया में जुटी हुई है. इतना ही नहीं, विशेषज्ञों ने भी अपनी सहभागिता दिखाई है और यूनिवर्सिटी के आसपास के घरों की मुर्गियों को भी दफ़नाने के लिए टीम को निर्देश दिए हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय के एक किलोमीटर तक के क्षेत्र को खतरनाक घोषित कर वहां अलर्ट जारी कर दिया गया है.
मुर्गों की रहस्यमयी मौत के बाद मामला आया सामने
इससे पहले विश्वविद्यालय के पोल्ट्री फॉर्म में मुर्गों की रहस्यमयी मौत हुई थी. इस मौत का पता लगाने के लिए कुछ सैंपल भोपाल लैब जांच के लिए भेजे गए थे. विशेषज्ञों के बाद जांच किए जाने पर बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हुई और भुवनेश्वर में लोगों को आगाह किया गया.