Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 9 June, 2020 12:00 AM IST

भारत में मछली पालन व्यवसाय मुनाफे का बिजनेस माना जाता है. आज के समय की बात करें तो हमारे देश में करोड़ों लोग अपनी आजीविका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इसी व्यवसाय से चला रहे हैं और इससे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. कुछ धार्मिक महीनों को छोड़कर पूरे साल मछलियों की मांग बाजार में बनी रहती है. कुछ मछलियां तो भारत में इतनी लोकप्रिय हो चुकी हैं कि साधारण जनमानस के भोजन शैली का हिस्सा बन गई हैं. सिलवर कार्प भी उसी तरह की मछली है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.

आज के समय में सिलवर कार्प मछली लगभग पूरे विश्व में पाई जाती है, लेकिन इतिहासकारों का मानना है कि इस मछली का मूल स्थान चीन रहा होगा. इसका शरीर समतल होता है, जबकि मुंह और आंखें छोटी होती हैं. इसके नाम के अनुसार ही इसका शरीर सिल्वर रंग का होता है.

देखभाल

ये मछलियां अपना आहार पानी की ऊपरी सतह से लेती है और इन्हें मुख्य रूप से छोटे पौधे, पत्ते और गले-सड़े फलों के अवशेष पसंद होता है. हमारे देश में मई और जून के महीनों में ये अंडे देती है, इसलिए इस दौरान इनका खास ख्याल रखा जाना चाहिए. ध्यान रहे कि इस प्रजाति की मछलियों को अधिक शोर पसंद नहीं होता है. यह तेजी से बढ़ने वाली मछली है और एक ही वर्ष में 4 किलो तक वजन प्राप्त करने में सक्षम है.

जून के महीने का आहार

जैसा कि हमने आपको बताया कि जून का महीना इनके लिए अंडे देने का होता है, इसलिए इस दौरान इन्हें अधिक पौष्टिक आहार मिलने चाहिए. खाने में इन्हें उच्च प्रोटीन और वसा वाला भोजन दें. वसा के रूप में आप इन्हें एन 3 HUFA  दे सकते हैं. इसी तरह इनके भोजन में लगभग 20 प्रतिशत तक का आहार कार्बोहाइड्रेट वाला दें.अगर मछली भोजन खाना बंद कर दें तो ये अच्छे लक्षण नहीं है. इस दौरान उन्हें औषधीय खुराक देने की कोशिश करें. औषधीय फीड इन्हें बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

ये खबर भी पढ़ें: दुधारू पशु को खरीदते समय इन 5 बातों पर दें खास ध्यान

English Summary: june month is important for Silver Carp fish they need special care and protection
Published on: 09 June 2020, 01:35 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now