best 5 buffalo breeds: भारत में डेयरी उद्योग में भैंस पालन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भैंस का दूध न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बल्कि इसकी वसा की मात्रा अधिक होने के कारण बाजार में इसकी मांग भी ज्यादा रहती है. सही नस्ल का चयन किसानों की आमदनी बढ़ाने और दूध उत्पादन को अधिकतम करने में मदद करता है. देश में कई तरह की भैंस नस्लें पाई जाती हैं, लेकिन कुछ विशेष नस्लें अधिक दूध देने और कठोर जलवायु में भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जानी जाती हैं.
इस आर्टिकल में हम भारत में भैंस पालन के लिए 5 बेहतरीन नस्लों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जो किसानों के लिए लाभदायक साबित हो सकती हैं.
1. मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo)
मुर्रा भैंस को भारत की सबसे अच्छी भैंस माना जाता है. यह हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पाई जाती है और अधिक दूध देने की क्षमता के कारण पूरे देश में लोकप्रिय है.
मुख्य विशेषताएं:
- दूध उत्पादन: 12-16 लीटर प्रतिदिन
- रंग: काला या गहरा भूरा
- वजन: नर 550-600 किलोग्राम, मादा 450-500 किलोग्राम
- विशेषता: उच्च वसा (7 से 8%), अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता
मुर्रा भैंस की देखभाल सही तरीके से करने पर यह सालभर अधिक दूध देने में सक्षम होती है.
2. जाफराबादी भैंस (Jaffarabadi Buffalo)
यह नस्ल गुजरात के गिर क्षेत्र में पाई जाती है और अपने भारी शरीर और अधिक दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है.
मुख्य विशेषताएं:
- दूध उत्पादन: 10-14 लीटर प्रतिदिन
- रंग: काला या गहरा भूरा
- वजन: नर 800-1000 किलोग्राम, मादा 600-700 किलोग्राम
- विशेषता: मजबूत शरीर, कम बीमार पड़ने की प्रवृत्ति
जाफराबादी भैंस कठोर जलवायु में भी अच्छी तरह जीवित रहती है और अधिक दूध उत्पादन करती है.
3. मेहसाना भैंस (Mehsana Buffalo)
यह नस्ल गुजरात के मेहसाना जिले में पाई जाती है और यह मुर्रा और सुरती भैंस का संकरण है.
मुख्य विशेषताएं:
- दूध उत्पादन: 10-12 लीटर प्रतिदिन
- रंग: गहरा काला या भूरा
- वजन: नर 550-600 किलोग्राम, मादा 450-500 किलोग्राम
- विशेषता: अधिक प्रजनन दर, कम देखभाल में भी अच्छा दूध उत्पादन
मेहसाना भैंस की प्रसव दर अधिक होती है, जिससे किसान को अधिक लाभ मिलता है.
4. सुरती भैंस (Surti Buffalo)
सुरती भैंस मुख्य रूप से गुजरात के सुरत और आनंद जिलों में पाई जाती है. यह छोटी लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है.
मुख्य विशेषताएं:
- दूध उत्पादन: 8-10 लीटर प्रतिदिन
- रंग: काला या भूरा
- वजन: नर 400-500 किलोग्राम, मादा 300-400 किलोग्राम
- विशेषता: उच्च वसा (7 से 9%), कम चारा खाने पर भी अच्छा उत्पादन
इस नस्ल की भैंसें छोटे किसानों के लिए उपयुक्त होती हैं क्योंकि यह कम लागत में अधिक लाभ देती हैं.
5. नागपुरी भैंस (Nagpuri Buffalo)
नागपुरी भैंस महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में पाई जाती है, इसे इलाहाबादी या बेरारी भैंस भी कहा जाता है.
मुख्य विशेषताएं:
- दूध उत्पादन: 8-12 लीटर प्रतिदिन
- रंग: गहरा भूरा या काला
- वजन: नर 550-600 किलोग्राम, मादा 400-500 किलोग्राम
- विशेषता: लम्बे और मोटे सींग, गर्म जलवायु के अनुकूल
नागपुरी भैंस गर्म जलवायु में भी अच्छा दूध उत्पादन करती है, जिससे यह महाराष्ट्र और मध्य भारत के किसानों के लिए लाभकारी होती है.