नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 8 September, 2021 12:00 AM IST
Buffalo Breeds

भैंस पालन का डेयरी उद्योग में काफी महत्व है. हमारे देश में लगभग 55 प्रतिशत दूध यानि 20 मिलियन टन दूध भैंस पालन (Buffalo Rearing) के जरिए मिलता है. ऐसे में अगर आप भैंस पालन की शुरुआत करना चाहते हैं, तो भैंस की ऐसी नस्ल का पालन करें, जिससे दूध उत्पादन अच्छा प्राप्त हो. 

आपको बता दें कि भैंसो की कई ऐसी नस्लें हैं, जो ज्यादा दूध उत्पादन की क्षमता रखती हैं. आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी भैंस की काफी लोकप्रिय नस्लें हैं जो ज्यादा दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं.

जाफराबादी भैंस (Jafarabadi Buffalo)

भैंस की जाफराबादी नस्ल सबसे ज्यादा चलन में है. यह गुजरात के गिर जंगलों में पाई जाती है. इस भैंस के सिर और गर्दन की वजह से एक अलग पहचानी है, क्योंकि इनका सिर काफी चौड़ा होता है, साथ ही अन्य भैंसों के मुकाबले बड़े और पीछे की तरह मुड़े होते हैं. अगर दूध उत्पादन की बात करें, तो औसत उत्पादन प्रति ब्यात 1000 से 1200 लीटर होता है.

मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo)

मुर्रा भैंस सबसे ज्यादा दूध देने वाली नस्ल मानी जाती है, जिसकी डिमांड हरियाणा में ज्यादा होती है. बता दें कि हरियाणा और पंजाब के अलावा कई राज्यों के लोग मुर्रा भैंस को खरीद रहे हैं. यह रोजाना 15 से 20 लीटर दूध आसानी से दे सकती है. इसके दूध में फैट की मात्रा 7 प्रतिशत से ज्यादा पाई जाती है.

सुर्ती भैंस (Surti Buffalo)

भैंस की सुर्ती नस्ल भी गुजरात की है, जो बड़ौदा में पाई जाती है. जिस तरह जाफराबादी भैंस गहरे काले रंग की होती है, वैसे ही सुर्ती भैंस का रंग थोड़ा हल्का काला या स्लेटी होता है. यह भैंस दिखने में कमजोर होती है, लेकिन इसका सिर लंबा होता है. अगर दूध उत्पादन की बात करें, तो औसत उत्पादन प्रति ब्यात 900 से 1300 लीटर होता है.

मेहसाना भैंस (Mehsana Buffalo)

यह भैंस भी गुजरात के मेहसाणा जिले में पाई जाती है. इस भैंस का रंग काला-भूरा होता है. यह दिखने में मुर्रा भैंस की तरह लगती है, लेकिन यह भैंस दिखने में काफी धाकड़ होती है. इसके सिंग कम घुमे हुए होते हैं. अगर दूध उत्पादन की बात करें, तो औसत उत्पादन प्रति ब्यात 1200 से 1500 किलो होता है.

भदावरी भैंस (Bhadavari Buffalo)

भैंस की यह नस्ल उत्तर प्रदेश के आगरा, इटावा और मध्य प्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र में ज्यादा पाई जाती है. इस नस्ल का सिर का आकार छोटा होता है, तो वहीं पैर भी छोटे-छोटे होते हैं. इस भैंस की दूध उत्पादन की क्षमता प्रति व्यात 1250 से 1350 किलोग्राम होती है.

अगर आप भैंस पालन की शुरुआत करना चाहते हैं, तो भैंस की उपयुक्त नस्लों का चयन कर सकते हैं. यह डेयरी उद्योग के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकती हैं. भैंस की इन नस्लों से दूध उत्पादन भी अच्छा प्राप्त होगा. इस तरह आपकी आमदनी में इजाफा भी अच्छा होगा.  

English Summary: buffalo 5 breeds have the capacity to produce more milk
Published on: 08 September 2021, 04:01 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now