देश के किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए सिर्फ खेती ही नहीं करते हैं. बल्कि वह अन्य कई तरह के बिजनेस भी करते हैं. ताकि वह अपने परिवार का पालन-पोषण सही तरीके से कर सके. देखा जाए तो आज के इस दौर में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसान भी खेत के साथ-साथ अन्य बिजनेस से भी अच्छा लाभ कमा रहे हैं.
इस संदर्भ में जहां हमने कुछ किसानों से बात की तो उनका कहना है कि जितना एक आम व्यक्ति शहर में नौकरी करके कमाता है. उससे कहीं अधिक वह अपने गांव में रहकर प्रतिमाह कमा रहे हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए कई तरह की बेहतरीन स्कीम भी शुरू की गई है, जिससे जुड़कर किसान लाभ प्राप्त कर रहे हैं. इसी क्रम में राज्य सरकार भी काम कर रही है. बता दें कि योगी सरकार (Yogi Government) ने गोवंशीय पशुओं की नस्ल में सुधार करने के लिए और साथ ही पशुपालकों की आय में भी बढ़ोतरी करने के लिए एक योजना को शुरू किया है. आइए उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) की इस स्कीम के बारे में विस्तार से जानते हैं कि यह योजना क्या है और कैसे पशुपालक इसका लाभ उठा सकते हैं.
नन्द बाबा मिशन योजना (Nandini Krishak Samridhi Yojana)
गौवंशीय पशुओं की नस्ल सुधार व दुग्ध उत्पादकता (Milk Productivity) में वृद्धि करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने नन्द बाबा मिशन योजना चलाई जा रही है. राज्य में इस योजना को नंदिनी कृषक समृद्धि भी कहा जाता है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्रदेश में अधिक मात्रा में दूध देने वाले गौवंशों को सुरक्षित व उनकी नस्लों में सुधार करना है. ताकि भविष्य में इससे पशुपालकों को लाभ मिलता रहे.
मिली जानकारी के मुताबिक, योगी सरकार ने राज्य के किसानों को 25 दुधारू गायों की 35 यूनिट स्थापित करने के लिए सब्सिडी उपलब्ध करवाई जा रही है. इस योजना के लिए राज्य सरकार का कुल खर्च 50 प्रतिशत अनुदान यानि कि अधिकतम राशि 31,25,000 रुपए तक खर्च की जाएगी.
कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ
राज्य के किसान भाइयों को नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का लाभ तीन चरणों में दिया जाता है. यह 3 चरण कुछ इस प्रकार से हैं.
पहले चरण में इकाई निर्माण पर परियोजना लागत 25 प्रतिशत अनुदान
दूसरे चरण में 25 दुधारू गाय खरीदने के लिए 12.5 प्रतिशत अनुदान
तीन चरण में परियोजना की लागत- 12.5 प्रतिशत तक किसानों को अनुदान दिया जाता है.
यह लोग हैं योजना के लिए पात्र
अगर आप भी इस सरकारी स्कीम का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले राज्य का निवासी होना होगा.
इसके अलावा आपको कम से कम 3 साल तक गौ पालन का अनुभव होना बेहद जरूरी है.
गौवंशों की ईयर टैगिंग भी होना आवश्यक है.
किसानों के पास यूनिट स्थापित करने के लिए लगभग 0.5 एकड़ भूमि होनी चाहिए.
इसके अलावा 1.5 एकड़ जमीन हरित चारा के लिए होनी चाहिए.
अगर आपके पास जमीन नहीं हैं, तो घबराएं नहीं आप इस कार्य के लिए जमीन लीज पर भी ले सकते हैं.
ऐसे होगा योजना के लिए लाभार्थियों का चयन
नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का लाभ (Benefits of Nandini Krishak Samriddhi Yojana) उठाने के लिए किसान घर बैठे भी ऑनलाइन तरीके से आवेदन कर सकते हैं. अगर आवेदन करने वाले किसानों की संख्या अधिक होती हैं, तो इसका चयन मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा ई-लॉटरी से भी किया जाता है.