सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 October, 2023 12:00 AM IST
ज्यादा दुग्ध उत्पादन के लिए पशुओं को खिलाएं ये चारा

डेयरी पालन करने वाले या घरेलू पशु पालकों के लिए पशुओं को पालने से ज्यादा उनके लिए चारा आदि का प्रबंध करना है. रबी की फसलों में आप अपने पशुओं के लिए कई तरह के चारे की व्यवस्था कर सकते हैं. जो पशुओं का पेट तो भरेंगे ही साथ ही उनके दुग्ध उत्पादन की क्षमता भी बढ़ाएंगे. इसके लिए सबसे प्रमुख चारे में पराली से बना चारा, हरी घास का सूखा चारा और पशुओं को दिए जाने वाले विशेष आहार हो सकते हैं. डेयरी का काम करने वालों के लिए यह सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि वह इस तरह के चारे का प्रबंध चारे के रूप में पहले से ही कर के रखें.

इससे पशुओं में सभी तरह के पोषक तत्वों की पूर्ती तो होती ही है इसके साथ में दूध की कम होती मात्रा को भी रोका जा सकता है. तो चलिए इन चरों के बारे में विस्तार से जानते हैं.

पराली बन सकता है चारा

पराली उत्तर भारत के किसानों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. खरीफ सीजन के  बाद किसान खेत साफ करने कि लिए अक्सर पराली को जला देते हैं. लेकिन किसान तथा पशुपालक पराली में मक्की, हरा चारा मिलाकर उसे चारे के रूप में संग्रहित करके रख सकते हैं. जिससे किसानों की समस्याओं का निपटारा तो होगा ही साथ में पशुओं की चारे की समस्या भी खत्म हो जाएगी. 

हरी घास का सूखा चारा

सर्दियां शुरू होने से पहले पशुपालक हरी घास को काटकर सूखा कर तैयार कर लेते हैं. जो कि सर्दियों में पशु के चारे के लिए काम आता है. इसके आलावा पशुपालक इसे हरी घास में मिलाकार चारे के रुप में प्रयोग कर सकते हैं.

पशुओं के लिए विशेष आहार

सर्दियों में पशुओं को चारे के लिए दानों का मिश्रण अधिक मात्रा में दिया जाना चाहिए. पशुओं को अच्छी गुणवत्ता वाला सूखा चारा, बाजरा कड़बी, रिजका, सीवण घास, गेहूं की तूड़ी, जई का मिश्रण पशुओं को खिला सकते हैं, जिससे दूध उत्पादन में वृद्धि होगी. इसके अलावा कुछ वक्त के बाद हरा चारा भी दिया जाना चाहिए, जिसमें  सरसों चरी, लोबिया, रजका या बरसीम आदि को शामिल कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें: शहतूत खाने के अनेकों फायदे, जानकर हो जाएंगे हैरान !

इसके साथ ही गेहूं का दलिया, चना, खल, ग्वार, बिनौला आदि को रात को पानी में भिगोकर रख लें, फिर सुबह पानी में उबाल लें, फिर हल्का सा ठंडा करके आप पशुओं को खिला सकते हैं. 

English Summary: animal feed fodder given to animals also increases the amount of milk in animals parali green grass
Published on: 15 October 2023, 02:47 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now