देश में ग्रामीण बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से आकांक्षा स्कीम (Aakaanksha Scheme) की शुरूआत की गई है. इस स्कीम के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के छात्रों (SC/ST students) को आर्थिक मदद दी जाएगी.
इस स्कीम के तहत ऐसे छात्रों को शामिल किया जाएगा, जो वित्तीय समस्याओं के कारण अपनी कोचिंग फीस का भुगतान करने में सक्षम नहीं होते हैं.
आपको बता दें कि इस स्कीम का उद्देश्य व लक्ष्य को पूरा करने के लिए इसे राज्य स्तरी स्कीम बनाकर रखा गया है. इसके तहत हर साल दसवीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद जैक द्वारा आकांक्षा की परीक्षा आयोजित की जाती है. इसमें मेधावी छात्र छात्राओं (Meritorious Students) को 50 मेडिकल और 75 इंजीनियरिंग सीट के लिए तैयार किया जाता है
इस योजना की मदद से राज्य में इंजीनियरिंग, मेडिकल और लॉ की परीक्षा के लिए छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाती है. राज्य सरकार 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए आवास सहित कोचिंग की पूरी फीस देता है, ताकि राज्य में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कोई बाधा ना आए.
आकांक्षा स्कीम के तहत क्या सुविधाएं प्रदान की जाती हैं (What Facilities Are Provided Under Akanksha Scheme)
आकांक्षा स्कीम के तहत बच्चों को जिला स्कूल में कई तरह की पढ़ाई से संबंधित सुविधाएं दी जाती हैं, जैसे कि 2 डिजिटल प्रॉजेक्टर, 25 कंप्यूटर, वाईफाई, लाइब्रेरी की सुविधा आदि. इसके साथ ही 10 अनुभवी बच्चों को मेडिकल इंजीनियरिंग की परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है, ताकि उन्हें उच्च शिक्षा प्रदान की जा सके. यह सरकार के द्वारा बच्चों को 2 साल तक सब कुछ निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है.
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क्या है शिक्षा अधिकारी का कहना (What Is The Education Officer Saying)
रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी अरविंद विजय बिलुंग के अनुसार, आकांक्षा स्कीम सरकार द्वारा लायी गयी एक महत्वाकांक्षी स्कीम है. इस स्कीम को बेहतर बनाने के लिए सरकार का हर संभव प्रयास रहता है. इसके तहत ग्रामीण बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर उनके सपने को साकार करने की कोशिश की रही है.