Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 2 September, 2022 12:00 AM IST
सिंघाड़े की खेती पर मिल रही इतनी सब्सिडी

किसान अपने खेत में अब उन फसलों को लगाना पसंद कर रहे हैं, जिसकी मदद से वह कम समय में अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकें. इसी कड़ी में किसानों के लिए बागवानी की फसलें काफी मुनाफे का सौदा साबित होती जा रही हैं. ये ही नहीं, भारत सरकार द्वारा इन फसलों के लिए किसानों को आर्थिक तौर पर मदद भी की जाती है.

अगर आप भी अपने खेत में बागवानी की फसलें (horticultural crops) लगाने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए सिंघाड़ा की खेती सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. वहीं अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं, तो फिर यह आपके लिए सोने पर सुहागा है, क्योंकि इस समय मध्य प्रदेश सरकार राज्य के किसानों को सिंघाड़े की खेती करने के लिए करीब 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी (subsidy) उपलब्ध करवा रही है.

सिंघाड़े की खेती पर मिल रही इतनी सब्सिडी (Getting so much subsidy on water chestnut farming)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसानों के लिए सिंघाड़े की खेती (water chestnut farming) में प्रति हेक्टेयर लगभग 85 हजार रुपए तक का खर्च होता है, जो एक आम किसान भाई के लिए बेहद मुश्किल खड़ी कर सकता है. किसानों की इस परेशानी को दूर करने के लिए ही सरकार ने सिंघाड़े की लागत पर 25 प्रतिशत तक अनुदान देने का निर्देश दिया है. यानी की हिसाब लगाया जाए, तो लागत का 21,250 रुपए प्रति हेक्टेयर सरकार के द्वारा किसानों को दिया जाएगा.

सिंघाड़े की खेती में लगने वाली लागत पर एक नजर

Water Chestnut Cost of Cultivation

राज्य के इन किसानों को मिलेगा लाभ (These farmers of the state will get benefit)

  • सिंघाड़े की खेती के लिए किसानों के पास योग्य जमीन होनी चाहिए.

  • भूमिहीन किसान व पट्टे- लीज पर ली गई जमीन वाले किसानों भी इसका लाभ प्राप्त होगा.

  • जानकारी के लिए बता दें कि चयनित किसानों के सिंघाड़े की खेती में होने वाले खर्च का बिल जमा करवाना होगा. एक बार उद्धान विभाग की तरफ से सही से कागजातों व जमीन का सत्यापन होने के बाद आपके बैंक खाते में सब्सिडी की राशि पहुंच जाएगी.

सब्सिडी पाने के लिए ऐसे करें आवेदन (How to apply for subsidy)

अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं, तो आप सरकार की सिंघाड़े की खेती (water chestnut farming) पर मिलने वाली सब्सिडी के लिए सरलता से आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे पहले मध्य प्रदेश की उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग (Horticulture and Food Processing Department) पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.

जहां आपको सब्सिडी का आवेदन पत्र को सही से भरना होगा, लेकिन ध्यान रहे कि आपके पास आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाता, खेत के कागजात आदि अन्य जरूरी कागजात पास होने चाहिए. तभी आप सिंघाड़े की खेती पर मिलने वाली सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं.

English Summary: These farmers will get Rs 21,250 on water chestnut cultivation from the government
Published on: 02 September 2022, 01:49 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now