GFBN Story: गन्ने और केले की स्मार्ट खेती से हिमांशु नाथ ने रचा सफलता का इतिहास, सालाना टर्नओवर 1 करोड़ से ज्यादा! GFBN Story: लाख की खेती से मिलन सिंह विश्वकर्मा को मिली बड़ी पहचान, सालाना कमा रहे हैं भारी मुनाफा! GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 30 May, 2025 12:00 AM IST
Beekeeping Subsidy: मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार दे रही है 60% अनुदान (Image Source: Freepik)

Subsidy Scheme: खेती के साथ-साथ अगर आप अतिरिक्त आय का जरिया तलाश रहे हैं, तो मधुमक्खी पालन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. अब यह काम और भी आसान हो गया है क्योंकि सरकार इस दिशा में किसानों और युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अनुदान योजना भी चला जा रही है. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार के द्वारा राज्य के कमजोर किसानों को मधुमक्खी पालन करने पर सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है.

बता दें कि उद्यान विभाग, राजस्थान सरकार के द्वारा मधुमक्खी कॉलोनी तथा बॉक्स खरीदने पर करीब 60% तक सब्सिडी दी जा रही है. आइए राज्य सरकार की इस पहले के बारे में विस्तार से जानते हैं.

मधुमक्खी कॉलोनी और बॉक्स की खरीद पर सब्सिडी

राज्य सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन/Beekeeping को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 8 फ्रेमों वाली मधुमक्खी कॉलोनी तथा बॉक्स की खरीद पर सब्सिडी दी जा रही है. इस योजना के अंतर्गत एक लाभार्थी को अधिकतम 50 मधुमक्खी बॉक्स तक की सहायता दी जा सकती है. प्रत्येक बॉक्स की इकाई लागत 4000 रुपये निर्धारित की गई है, जिसमें 60:40 के अनुपात में अनुदान दिया जाएगा. यानी कि कुल लागत का 60 प्रतिशत सरकार वहन करेगी, जबकि 40 प्रतिशत लाभार्थी को स्वयं देना होगा. यह योजना दो वर्ष की अवधि में लागू रहेगी, जिसमें पात्र लाभार्थी अपने आवेदन के अनुसार सहायता प्राप्त कर सकते हैं. इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि प्राकृतिक परागण के माध्यम से कृषि उत्पादकता में भी वृद्धि होगी.

किन्हें मिलेगा लाभ?

  • यह योजना मुख्य रूप से छोटे और मध्यम किसान, बेरोजगार युवा, स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल एवं किसान उत्पादक संगठन (FPO) के लिए उपयोगी है.
  • लाभ प्राप्त करने के लिए संबंधित कृषि विभाग या जिला मधुमक्खी पालन केंद्र/Beekeeping Center से संपर्क करना होगा.

क्या हैं फायदे?

  • मधुमक्खी पालन से शहद, मोम, रॉयल जेली, पराग जैसे उत्पाद प्राप्त होते हैं, जिनकी बाजार में अच्छी मांग है.
  • इससे पर्यावरण को भी लाभ होता है क्योंकि मधुमक्खियां परागण के माध्यम से फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों बढ़ाती हैं.
  • यह अतिरिक्त आय का स्थायी और कम लागत वाला स्रोत है.

कैसे करें आवेदन?

  • इच्छुक व्यक्ति अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें.
  • आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, भूमि संबंधित जानकारी व बैंक खाता विवरण देना होगा.

सरकार की इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे. अब जरूरत है जागरूकता की और इस योजना का लाभ उठाने की.

English Summary: Rajasthan government subsidy For beekeeping up to 60 percentage on purchase of bee colonies and boxes
Published on: 30 May 2025, 11:46 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now