Poultry Farming Subsidy: बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा राज्य में स्वरोजगार को बढ़ावा देने और अंडा उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक नई पहल की गई है. इसके तहत लेयर मुर्गी पालन योजना शुरू की गई है, जो खास तौर पर उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो मुर्गी पालन के क्षेत्र में व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं. इस योजना के अंतर्गत इच्छुक लाभार्थियों को लेयर मुर्गी फार्म की स्थापना के लिए सरकार की ओर से आर्थिक अनुदान दिया जाएगा.
बता दें कि योजना में दो प्रकार के फार्म स्थापित करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है – पहला, 10,000 लेयर मुर्गियों की क्षमता वाला फार्म (फीड मिल सहित) और दूसरा, 5,000 लेयर मुर्गियों की क्षमता वाला फार्म. इन फार्म की स्थापना पर सरकार की ओर से 40 प्रतिशत तक का अनुदान की सुविधा दी जा रही है. यहां जानें योजना से जुड़ी पूरी जानकारी...
योजना का मुख्य उद्देश्य
बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के अवसर देना, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें. साथ ही राज्य में पोल्ट्री उद्योग को बढ़ावा देना, जिससे अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके. इस योजना से इच्छुक लाभार्थी इस योजना का लाभ उठाकर एक सफल उद्यमी बन सकते हैं. सरकार की यह योजना न केवल अंडा उत्पादन को बढ़ावा देगी, बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार भी खोलेगी.
योजना की मुख्य विशेषताएं:
इस योजना के अंतर्गत लाभुकों को लेयर मुर्गी फार्म की स्थापना के लिए अनुदान दिया जाएगा. सरकार द्वारा दो प्रकार के फार्म की स्थापना को प्रोत्साहित किया जा रहा है:
- 10,000 लेयर मुर्गियों की क्षमता वाला फार्म (फीड मिल सहित)
- 5,000 लेयर मुर्गियों की क्षमता वाला फार्म
इन फार्म की स्थापना पर सरकार की ओर से लाभुकों को भारी अनुदान दिया जा रहा है. इसमें सामान्य और पिछड़ा वर्ग के लिए 30 प्रतिशत तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी. वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को 40 प्रतिशत तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा.
ब्याज पर भी मिलेगी सहायता
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि सरकार न केवल फार्म की स्थापना पर अनुदान दे रही है, बल्कि चार वर्षों तक बैंक ऋण के ब्याज पर 50 प्रतिशत राशि का अनुदान भी प्रदान करेगी. इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार उद्यमियों की आर्थिक बोझ को कम करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है.
किसे मिलेगा लाभ?
- बिहार राज्य के स्थायी निवासी
- जिनके पास उपयुक्त जमीन एवं संसाधन हों
- बैंक से ऋण प्राप्त करने की पात्रता हो
क्यों करें लेयर मुर्गी पालन? (Why to Raise Layer Chickens?)
- लेयर मुर्गियां अंडा उत्पादन के लिए उपयुक्त होती हैं.
- रोजाना नियमित आमदनी का स्रोत बनता है.
- बाज़ार में अंडों की मांग लगातार बनी रहती है.
- कम लागत में अच्छी कमाई संभव है.
मुर्गी पालन सब्सिडी के लिए आवेदन प्रक्रिया (Application Process for Poultry Farming Subsidy)
इस योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक लाभार्थियों को संबंधित जिले के पशुपालन विभाग में आवेदन करना होगा. फार्म की स्थापना के लिए विवरणात्मक परियोजना रिपोर्ट (DPR) और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे. इसके बाद विभागीय स्वीकृति मिलने पर बैंक से ऋण प्राप्त किया जा सकता है.