Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 29 January, 2019 12:00 AM IST

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा है कि कृषि उन्नति को आधार बनाने के लिए सरकार ने कृषि शिक्षा के उत्थान पर काफी ज्यादा जोर दिया है और इससे संबंधित डिग्रियों को व्यावासायिक रूप में मान्यता भी प्रदान की है। कृषि मंत्री ने सोमवार को पूसा में दो दिवसीय एग्रीविजन 2019 के चौथे सम्मेलन संस्करण के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए ये सभी बातें कही है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार की पहल के चलते कृषि क्षेत्र और कृषि शिक्षा क्षेत्र में कई सकारात्मक परिवर्तन आए है। उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा को उपयोगी बनाने के लिए पांचवी डीन समिति की सिफारिशों को सभी कृषि विश्वविद्यालयों में लागू कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें -  कृषि में डिप्लोमा शीर्ष कॉलेज, पाठ्यक्रम, अवसर, वेतन

चल रही हैं कईं कृषि शिक्षा परियोजना

कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि संबंधित सभी पाठ्यक्रमों को संशोधित कर इसमें जैव प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, रिमोट सेंसिंग, जैविक खेती, कृषि व्यापार प्रबंधन आदि विषयों को सम्मिलित किया गया है। सभी में उद्यमिता और कौशल प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही चार नये पाठ्यक्रमों - बी टेक ( जैव प्रौद्योगिकी), बी एस सी ( समुदायिक विज्ञान), बी एस सी (फूड न्यूट्रीशियन) और बी एस सी सीरीक्लचर जैसे कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि 1100 करोड़ रूपये की कुल निधि के साथ प्रतिभा को आकर्षित करने और कृषि की उच्च शिक्षा को सुदृढ़ बनाने हेतु राष्ट्रीय कृषि उच्चतर उच्च शिक्षा परियोजना को शुरू किया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि शिक्षा बढ़ाने हेतु 'स्टूडेंट रेडी' योजना को चलाया जा रहा है। साथ ही कृषि शिक्षा में प्रतिभावान छात्रों को आकर्षित करने हेतु जूनियर अनुसंधान छात्रवृत्ति, सीनियर अनुसंधान छात्रवृत्ति और राष्ट्रीय प्रतिभा छात्रवृत्ति को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।

पशु शिक्षा पर अधिक जोर

कृषि मंत्री ने कार्यक्रम में कहा है कि स्नातक पशु चिकित्सा के मौजूदा पाठ्यक्रम को विश्वस्तरीय बनाने हेतु कई तरह के संशोधन किए गए है। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षित पशु चिकित्सा जनशाक्ति की कमी को पूरा करने के लिए पशु महाविद्यालयों की संख्या 36 से बढ़कर 46 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में कौशल विकास कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और कौशल एवं उद्यमिता विकास मंत्रालय के बीच भी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए है। इसके साथ ही इसमें कृषि संबंधी विषयों पर भी चर्चा की गई और उससे संबंधित जानकारी प्रदान की गई है।

यह भी पढ़ें - आधुनिक कृषि क्षेत्र में कृषि रसायनों के बढ़ते दुष्प्रभाव

कई विद्यालयों के छात्र हुए सम्मेलित

दो दिवसीय इस एग्रीविजन कार्यक्रम में कई राज्य जैसे पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश अदि से कई किसान और कृषि महाविद्यालयों से छात्र आए। उन्होंने इस सम्मेलन में अपनी भागीदारी को काफी मजबूत किया. सभी विद्यार्थियों ने अपने विचारों को साझा कर आपस में कृषि मामलों पर चर्चा कर विभिन्न सत्रों में भाग भी लिया।

English Summary: Modi government will emphasize on furthering agricultural education: Agriculture Minister
Published on: 29 January 2019, 01:56 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now