आज के दौर में महिलाएं किसी से कम नहीं है, क्योंकि अब हर क्षेत्र में महिलाएं अपना हाथ आजमा रही हैं. अगर हम बात कृषि क्षेत्र की करें, तो इस क्षेत्र में भी महिलाएं खूब तरक्की कर रहीं हैं. इसी के मद्देनजर बिहार सरकार सूबे की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई अहम कदम उठा रही है. इसी कड़ी में अब सरकारी स्तर पर एक योजना बनाई गई है, जिसमें जीविका समूह की महिलाओं के लिए कृषि यंत्र बैंक खोले जाएंगे, जिसके तहत महिलाएं गांव के किसानों को किराए पर कृषि यंत्र मुहैया कराएंगी. ध्यान दें कि यह योजना बिहार के खगड़िया जिले के लिए है. तो आइये जानते है इस योजना के बारे में....
क्या है योजना
इस योजना के तहत सरकारी स्तर पर कृषि यंत्र बैंक खोले जाने की योजना बनाई गई है. इसके लिए बैंकों द्वारा 1 से 10 लाख तक का ऋण मुहैया कराया जाएगा, साथ ही इस योजना में 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी दी जाएगी. सरकार की यह योजना ग्रामीण स्तर पर उन छोटे किसानों के लिए है, जो खेतीबाड़ी में कृषि यंत्र की व्यवस्था नहीं कर पाते हैं. इस योजना से उन्हें कृषि यंत्र किराए पर मिल सकेंगे. इस तरह महिलाओं की भी आय बढेगी, साथ ही किसानों को कृषि कार्य में सुविधा मिल पाएगी.
किसानों को इस योजना से लाभ
इस योजना से गांवों के लघु एवं सीमांत किसानों को बाजार से कृषि यंत्र किराए पर नहीं लेने पड़ेंगे, क्योंकि उन्हें गांव में ही खेतीबाड़ी से जुड़ें हर कृषि यंत्र जीविका समूह की महिलाएं उपलब्ध कराएंगी. यह यंत्र सस्ती दर पर किराए पर दी जाएंगे. इनमें ट्रैक्टर, थ्रेसर, पंपसेट समेत कई आधुनिक उपकरण शामिल हैं.
आपको बता दें कि सरकार की इस योजना के अनुसार जीविका समूह की महिलाओं के लिए कृषि यंत्र बैंक खोलने की प्रक्रिया जारी है. फिलहाल अभी बिहार के खगड़िया जिले में प्रस्तावित दो दर्जन समूहों में 5 को इसकी स्वीकृति मिल गई है.
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