PM-Kisan: 9.5 करोड़ किसानों के लिए खुशखबरी, पीएम मोदी कल जारी करेंगे पीएम-किसान की 18वीं किस्त केंद्र ने क‍िसानों के ल‍िए खोला खजाना,1 लाख करोड़ रुपये की दो कृषि योजनाओं को मिली मंजूरी, जानें कैसे मिलेगा लाभ Good News: देश में खाद्य तेल उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा, केंद्र सरकार ने इस योजना को दी मंजूरी केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक पपीता की फसल को बर्बाद कर सकता है यह खतरनाक रोग, जानें लक्षण और प्रबंधित का तरीका
Updated on: 12 November, 2022 12:00 AM IST

भारत गन्ना उत्पादन का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. आंकड़ें देखें तो देश में गन्ने की मांग भी काफी अधिक रहती है, क्योंकि चीनी बनाने के लिए भारत में गन्ने का इस्तेमाल किया जाता है. हरियाणा के कई क्षेत्रों में गन्ने को एक मुख्य फसल के तौर पर उगाया जाता है. जिसके लिए सरकारें भी किसानों को बढ़ावा देती हैं. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार राज्य के किसानों के लिए योजनाएं लेकर आई है, जिसके तहत टपका सिंचाई से गन्ने की खेती करने पर सब्सिडी दी जा रही है और साथ ही राज्य में गन्ना की खोई से एथेनॉल बनाने के लिए प्लांट का कार्य भी चल रहा है.

गन्ना की खेती के लिए टपका सिंचाई होती है फायदेमंद

गन्नें के अच्छे उत्पादन के लिए फसल में निगरानी, उर्वरक व सिंचाई की आवश्यकता होती है. गन्ने के खेत में जलभराव होने से फसल खराब हो जाती है. इसलिए कृषि विशेषज्ञ भी गन्ने की खेती में सिंचाई के लिए टपका सिंचाई करने की सलाह देते हैं.  

गन्ना की खेती के लिए टपका सिंचाई पर सब्सिडी

गन्ना भारत की नकदी फसलों में से एक है. टपका सिंचाई (Drip irrigation) से इसकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है. इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने 'प्रति बूंद अधिक फसल स्कीम' चलाई है, जिसमें टपका सिंचाई के लिए 85 फीसदी सब्सिडी राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही है. इसके साथ ही वाटर टैंक बनाने के लिए 75 से 85 प्रतिशत तक सब्सिडी और सोलर पंप लगाने के लिए 75 फीसदी की सब्सिडी सरकार की तरफ से दी जा रही है. यदि आप भी 'प्रति बूंद अधिक फसल स्कीम'  का लाभ पाना चाहते हैं तो, आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.

गन्ने की फसल के लिए टपका सिंचाई के फायदे

  • टपका सिंचाई को अपनाने से 50 फीसदी तक की पानी की बचत होती है.

  • गन्ने की उत्पादन व गुणवत्ता में वृद्धि होती है.

  • टपका सिंचाई का उपयोग कर गन्ने में पोषक तत्वों का अनुकूलतम उपयोग होता है.

  • टपका सिंचाई के बाद पौधों व फसल के लिए कम पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है.

  • इस तकनीक का उपयोग करने के बाद फसल गिरने की समस्या से छूटकारा मिलता है.

यह भी पढ़ें: Agri Machinery Subsidy Update: इन कृषि मशीनों पर सरकार की तरफ से दी जा रही 50%की सब्सिडी, जल्द करें अप्लाई

  • गन्ने के बीजों का 100 फीसदी अंकुरण होता है.

  • इस खास तकनीक का प्रयोग कर कीटनाशकों के आवश्यकता बेहद कम हो जाती है.

  • इस तकनीक के माध्यम से उबड़- खाबड़ जमीन पर सिंचाई संभव है.

  • टपक सिंचाई का उपयोग कर फसल उत्पादन के लागत में कमी आती है.

English Summary: haryana Government is giving 85 percent subsidy for cultivating sugarcane with drip irrigation, apply like this
Published on: 12 November 2022, 05:25 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now