बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने नालंदा सहित गंगा नदी के दोनों किनारों के पास के जिलों में 30 डिसमिल जमीन के ऊपर जैविक खेती करने के लिए 6 हज़ार रुपए की सब्सिडी प्रदान की थी.
अब जैविकता के क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए सरकार नई-नई योजनाएं तय कर रही है. जिससे रासायनिक खेती से होने वाले खतरे को रोका जाए और भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके. इसके लिए सरकार जैविक खेती के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए किसानों को ज्यादा से ज्यादा सब्सिडी दे रही है ताकि किसान भी इस खेती पर मुनाफा कमा सके और सही रूप से कृषि को एक जैविक पहचान दे सके और अपने परिवार के भविष्य को उज्जवल बना सके.
इसके लिए बिहार सरकार ने जैविक खेती पर मिल रही 6 हज़ार सब्सिडी को बढ़ाकर अब 8 हज़ार कर दिया है. इसका फायदा बिहार के नौ जिले उठा रहे है. इसके पहले नालंदा, वैशाली, पटना आदि जिलों में आर्गेनिक पार्क की स्थापना की थी.
मुख्यमंत्री ने 22 हज़ार किसानों को 126 करोड़ रुपए की सौगात दी है. बिहारशरीफ हरनौत और अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में ऐसी कई नई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है. इजराइल की सहायता और सहयोग से बिहार में दो सेंटरों की स्थापना हुई है. चंडी में सब्जी और वैशाली में फल के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है. मुख्यमंत्री आज (1 मार्च) को राजगीर में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के भवन का शिलान्यास करेंगे.