'जल के बहुआयामी उपयोग' मॉडल पूर्वी भारत में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों को नई तकनीकों से जोड़ने का एक अभिनव प्रयास है. यह मॉडल जलवायु परिवर्तन…
आईपीएम एक समग्र दृष्टिकोण है, जो सतत कृषि, पर्यावरणीय सुरक्षा, और आर्थिक लाभ का संतुलन प्रदान करता है. किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को मिलकर इसे व्यापक…
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत 4 जनवरी 2025 को पटना में विदेशी सहायता प्राप्त 20 परियोजनाओं की प्रगति पर समीक्षा बैठक आयोजित हुई. डॉ. एस.के. चौधरी…