'जल के बहुआयामी उपयोग' मॉडल पूर्वी भारत में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों को नई तकनीकों से जोड़ने का एक अभिनव प्रयास है. यह मॉडल जलवायु परिवर्तन…
आईपीएम एक समग्र दृष्टिकोण है, जो सतत कृषि, पर्यावरणीय सुरक्षा, और आर्थिक लाभ का संतुलन प्रदान करता है. किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को मिलकर इसे व्यापक…
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत 4 जनवरी 2025 को पटना में विदेशी सहायता प्राप्त 20 परियोजनाओं की प्रगति पर समीक्षा बैठक आयोजित हुई. डॉ. एस.के. चौधरी…
Loan Guarantee Scheme (CGS-NPF): ई-एनडब्ल्यूआर (इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीप्ट) आधारित ऋण गारंटी योजना (CGS-NPF) किसानों को डिजिटल रसीद के आ…
Pusa Krishi Vigyan Mela 2025: पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025, नई दिल्ली के पूसा परिसर में 24-26 फरवरी तक होगा. मुख्य विषय “उन्नत कृषि-विकसित भारत” है. डि…
Pusa Krishi Vigyan Mela 2025: ‘पूसा कृषि विज्ञान मेला 2025’ कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस मेले में भाग लेकर किसान…
भारत की कृषि जलवायु परिवर्तन, मृदा क्षरण और जल संकट से जूझ रही है, जिससे दूसरी हरित क्रांति आवश्यक हो गई है. टिकाऊ कृषि, जैविक खेती, स्मार्ट तकनीक, बह…
Stone Picker Machine: स्टोन पिकर मशीन से किसान खेतों से पत्थरों और कंकड़ों को आसानी से हटाकर फसल की वृद्धि बढ़ा सकते हैं. जानें इसके लाभ, कार्य विधि औ…
Agricultural Mechanization Fair 2025: नवादा जिले में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला में जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने किसानों को सरकारी योजनाओं का ल…
पूसा कृषि विश्वविद्यालय बिहार को गुड़ उत्पादन में देश में शीर्ष स्थान दिलाने के लिए प्रयासरत है. गन्ना किसानों के लिए मोबाइल एप विकसित किया जा रहा है.…
डॉ. गगनेश शर्मा ने कृषि जागरण के केजे चौपाल कार्यक्रम में जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया. उन्होंने NCONF की भूमिका, बायो-इनपुट कें…
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों ने मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म, छत्तीसगढ़ का शैक्षणिक भ्रमण किया. उन्होंने जैविक खेती, औषधीय पौधों, MDBP-16 क…