हमारे ख्याल से शायद ही ऐसा कोई रसोई घर होगा, जिसमें हींग का उपयोग नहीं होता होगा. हींग एक ऐसा मसाला है, जो पेट दर्द समेत कई समस्याओं से छुटकारा दिलाता है. हर घर के लिए हींग बहुत काम की चीज है.
भारत में अब तक हींग विदेशों से मंगवाई जाती रही है, लेकिन अब इस स्थिति में काफी बदलाव आ गया है. दरअसल, अब भारत में हींग की खेती की शुरू हो गई है. ऐसे में आप हींग की खेती का बिजनेस शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
जी हां, मौजूदा समय में हींग की खेती के जरिए अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस समय बाजार में एक किलो हींग की कीमत लगभग 35000 रुपए प्रति किलो है. ऐसे में अगर आप एक महीने में 5 किलो हींग की बिक्री करते हैं, तो आपको अच्छा पैसा मिल जाएगा. आइए आपको हींग की खेती और बिजनेस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं.
शोध के बाद हींग का उत्पादन (Production of asafoetida after research)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में सर्वप्रथम हींग की खेती लाहौल के क्वारिंग गांव में हुई थी. वहीं, इसके बीज को अफगानिस्तान से लाया गया था. जिसके बाद पालमपुर स्थित हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान की लैब में वैज्ञानिक तरीके से पौध तैयार किया गया. इसके साथ ही आईएचबीटी संस्थान ने ट्रायल किया.
हींग के चिकित्सीय गुण (Therapeutic Properties of Asafoetida)
हींग एक ऐसा पौधा होता है, जिसमें तेज गंध व कड़वा स्वाद होता है. इसमें बहुत ही चिकित्सीय गुण मौजूद होते हैं, इसलिए इसका उपयोग बहुत से प्रोडेक्ट में सुगन्ध लाने के लिए होता हैं.
इसके साथ ही खाने-पीने के लिए होता है. यानी हींग का इस्तेमाल एक प्रमुख मसाले के तौर पर होता है.
हींग की खेती से जुड़ी जानकारी (Information related to the cultivation of asafoetida)
इसकी खेती के लिए लगभग 20 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान होना जरूरी है. यानी इस फसल को न ज्यादा ठंड की आवश्यक्ता होती है. जिस वजह से यह पहाड़ी क्षेत्रों में आसानी से होती है.
हींग की खेती करने की प्रक्रिया (Asafoetida cultivation process)
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सबसे पहले हींग के बीज को ग्रीन हाऊस में 2-2 फीट की दूरी से बो दें.
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फिर पौध निकलने पर 5-5 फीट की दूरी पर लगाएं.
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इसके बाद हाथ लगाकर जमीन की नमी को जांच लें, और फिर जरूरत के हिसाब से पानी का छिड़काव करें. ध्यान रहे कि अधिक पानी से पौधों को नुकसान पहुंचता है.
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बता दें कि पौधों को नमी के लिए गीली घास का प्रयोग कर सकते हैं.
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खास बात यह है कि हींग पौधे को पेड़ बनने के लिए 5 साल का समय लगता है. इसकी जड़ों व तनों से गौंद निकाला जाता है.
हींग बिजनेस में निवेश (Investment in Asafoetida Business)
अगर इस बिजनेस में लगने वाले निवेश की बात करें, तो अगर आप बिजनेस को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं, तो इसमें लगभग 5 लाख रुपए तक का निवेश करना होगा. इसके अलावा बिजनेस में उपयोग होने वाली मशीनों को खरीदने में पैसा खर्च करना होगा.
हींग के बिजनेस के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents Required for Asafoetida Business)
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आईडी प्रूफ
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एड्रेस प्रूफ
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जीएसटी नंबर
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बिजनेस पेन कार्ड
हींग के बिजनेस की मार्केटिंग (Marketing of Asafoetida Business)
इस बिजनेस से अच्छी कमाई के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों से टाईअप कर सकते हैं. इसके अलावा, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट की ब्रिकी कर सकते हैं.
हींग के बिजनेस से मुनाफा (Profit from asafetida business)
अगर हींग बिजनेस से होने वाले मुनाफे की बात करें, तो बाजार में एक किलो हींग की कीमत लगभग 35000 रुपए है. अगर आप महीने में 5 किलो हींग की ब्रिकी कर देते हैं, तो इस तरह आप हर महीने लगभग अच्छी कमाई कर सकते हैं. बता दें कि विदेशों में हींग की जबर्दस्त मांग होती है.