NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 26 December, 2019 2:24 PM IST
Fruits and Vegetables

हम में से ज़्यादातर लोगों को नहीं पता है कि फल और सब्जी में क्या अंतर होता है. हम लोग तो यही अंतर समझते है कि फल मीठा होता है और सब्जी फीकी और कड़वी होती है, लेकिन ऐसा नहीं है. इसके अलावा भी कई राज है जो फल और सब्जी को एक दूसरे से भिन्न बनाते है. तो आज हम आपको अपने इस लेख में इन दोनों के विशेष अंतरों के बारे में बताएंगे. जिसके बारे में ज़्यादातर लोगों को नहीं पता होता.तो आइए जानते है इसके बारे में संक्षेप रूप से..... 

फल क्या है (What is Fruit?)

फल हमारे आहार का एक बड़ा हिस्सा माना जाता हैं. हम कई फलों को जानते हैं जिन्हें हम सब्जियां मानते हैं जबकि वास्तव में वे फल हैं. फलों की वानस्पतिक परिभाषा एक फूल वाले पौधे का एक मीठा मांसल उत्पाद होता है, जिसमें बीज होते हैं. पौधे का अंडाशय निषेचन के बाद ही ये फल में विकसित होता है. जिसे फल के रूप में खाया जा सकता है. मानकों के अनुसार, एवोकाडो, खीरे, स्क्वैश, और हाँ, यहां तक ​​कि टमाटर जैसे खाद्य पदार्थ सभी फल में ही आते हैं. जो ताजे फल होते है वे फाइबर, विटामिन- सी और पानी से भरपूर होते हैं.

फलों के प्रकार (Types of Fruits)

फल कच्चे, पकाया हुआ या सूखा खाया जा सकता है. सभी फलों को तीन प्रमुख समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है: सरल, समुच्चय, या एकाधिक.

सरल फल- जो फल एक फूल के अंडाशय से विकसित हुआ है. वे साधारण फल या तो मांसल हो सकते हैं, जैसे प्लम और आड़ू और सूखे में जैसे अखरोट.

समुच्चय फल- एक फूल के कई अण्डों से बनने वाला फल जो कई छोटे फलों को आपस में मिलाकर बनता हैं.

एकाधिक फल- कई अलग-अलग फूलों के अंडाशय के संलयन से बनने वाला एक फल जो एक साथ मिलकर एक बड़ा फल बनता है.

गौण फल- एक अन्य प्रकार के फल हैं जो अंडाशय से नहीं, बल्कि फूल के एक अलग हिस्से से बनते हैं. उदाहरण के लिए, स्ट्रॉबेरी को एक समग्र फल माना जाता हैं.

फलों के उदाहरण

फल टमाटर या आड़ू की तरह मांसल हो सकते हैं, या फिर वे नारियल या मूंगफली की तरह सूखे हो सकते हैं. उनमें कई बीज हो सकते हैं जैसे कि तरबूज, खरबूजा. इसके अलावा कुछ फलों में जैसे एवोकाडो, बादाम और चेरी जैसे एक ही बीज हो सकते हैं. कुछ फल बहुत बड़े हो सकते हैं, जैसे कद्दू, या फिर बहुत छोटे, जैसे ब्लूबेरी.

सब्जियां क्या है (What is Vegetables )

यह एक वनस्पति भोजन के रूप में उपयोग किए जाने वाले पौधे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. जिसे मनुष्य अपने भोजन के रूप में  सेवन करते हैं. सब्जियों में पत्तियां (लेट्यूस), तना (शतावरी), जड़ (गाजर), फूल (ब्रोकोली), बल्ब (लहसुन), बीज (मटर और बीन्स) और निश्चित रूप से खीरे जैसे वनस्पति फल शामिल हो सकते हैं. यह फाइबर, विटामिन, खनिज आदि तत्वों से भरपूर होती है. सब्जियों को पकाकर, उबालकर और कच्चा भी सेवन कर सकते है. इसमें लीफ, लीफ शीथ, शूट्स और स्टेम (कोलार्ड, शतावरी, रैम्प्स और सेलेरी) आदि वाली सब्जियाँ शामिल होती है. इसके साथ ही जड़ और कंद वाली सब्जियों में आलू, गाजर आदि आता है और कलियों में केपर्स, बल्ब में प्याज और लहसुन, फूल कलियां आदि में ब्रोकोली, फूलगोभी आदि आते है.

फल और सब्जी के बीच मुख्य समानताएँ

फल और सब्जी दोनों ही एक पौधे के खाद्य भाग हैं.
इन दोनों में ही वसा और कैलोरी कम होती है और प्राकृतिक शर्करा और फाइबर उच्च होता हैं.
इन दोनों पौधों की खेती आसानी से की जा सकती है.

English Summary: Know difference between fruits and vegetables, which separates the fruits and vegetables that makes them different from each other
Published on: 26 December 2019, 02:27 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now