सहकारी संस्था इफको द्वारा हरियाणा के किसान सेवा केंद्र दादरी में किसान सभा का आयोजन किया गया, जिसमें आसपास के गांवों से लगभग 40 किसानों ने भाग लिया। इसके साथ ही यहां नैनो यूरिया की बिक्री भी शुरू की गई.
कृषि जागरण ने लॉन्च की Coromandel की MICROSITE
कृषि जागरण ने 24 जून को किसानों के डिजिटल सशक्तिकरण पर एक वेबिनार के साथ-साथ कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड की अपनी नई पहल MICROSITE का शुभारंभ किया। जिसके बारें में कोरोमंडल के सीनियर जनरल मैनेजर एंड हेड एक्सपर्ट सतीश तिवारी ने अपने विचार साझा किए….अधिक जानकारी के लिए इस विडियो के लिंक पर क्लिक करें https://youtu.be/wi8BMf-agX0
दाल की बढ़ती कीमतों से मिल सकती है राहत
दाल की बढ़ती कीमतों से अब राहत मिलने के आसार हैं. दरअसल केंद्र सरकार ने दाल के आयात के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. वाणिज्य मंत्रालय की इकाई DGFT ने दक्षिणपूर्वी अफ्रीका के देश मलावी से 50,000 टन तूर दार के आयात के लिए सहमति ज्ञापन समझौते की अधिसूचना जारी की है.
राकेश टिकैत ने सरकार को फिर दी चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार को फिर से चेतावनी दी है। दरअसल टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि, "4 लाख ट्रैक्टर यहीं हैं और 25 लाख किसान भी यही हैं। 26 तारीख भी हर महीने आती है...तो ये सरकार याद रख ले.." इसके साथ ही टिकैत ने "बिल वापसी ही घर वापसी" हैशटैग का इस्तेमाल किया।
कृषि कानून से किसान की जमीन गई, तो दे दूंगा इस्तीफा: कैलाश चौधरी
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी का किसानों के हित में एक बयान सामने आया है. दरअसल उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के नेता कह रहे हैं कि नए कृषि कानून से किसानों की जमीन चली जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसान की एक इंच भी जमीन गई तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा और अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
कर्नाटक के सीएम ने शुरू किया पशु कल्याण वॉर रूम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पशु कल्याण वॉर रूम की शुरुआत की है, ताकि सही जानकारी पशुपालकों तक पहुंचे और मवेशियों के स्वास्थ्य व उत्पादकता में सुधार किया जा सके. साथ ही 45 लाख रुपये की लागत से पशु कल्याण हेल्पलाइन की भी स्थापना की गई है. जो कि हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे काम करेगी.
खेतों में उगाएं तिलहनी फसलें और पाएं 4 हजार रुपए
हरियाणा सरकार खरीफ सीजन के दौरान दलहनी व तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 4 हजार रुपए प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी। लेकिन इसके लिए किसानों को अपने खेतों में तिलहनी फसलों की बिजाई करनी होगी।
बिहार में बीज की होम डिलीवरी
बिहार कृषि विभाग होम डिलीवरी के तहत किसानों के घर तक धान के बीज पहुंचा रहा है। अब तक 11 हजार 533 किसान इसका लाभ ले चुके हैं, अगर आप भी होम डिलीवरी के तहत बीज लेना चाहते हैं, तो आपको बिहार राज्य बीज निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आयोजित हुआ FTB प्रोग्राम
‘कृषि जागरण’ सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए किसानों की बातें, समस्यांए, समाधान और सफलताओं को पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता है. इन्ही में से एक है "फार्मर दा ब्रांड" प्रोग्राम जो इस सप्ताह कृषि जागरण' के Facebook State Pages पर लाइव किया गया, जिसमें राजस्थान के किसान Rajnish Lamba ने अपने ब्रांड से जुड़ी जानकारी शेयर की.