अगर आप 30 साल से कम उम्र के युवा हैं और आप एक बड़े लेखक बनने का सपना देखते हैं, तो आपके लिए केंद्र सरकार एक नयी योजना लेकर आई है. दरअसल, देश के पीएम मोदी ने युवा स्कीम शुरू करने की जानकारी दी है. इस योजना तके तहत देशभर के 75 युवा लेखकों का चयन किया जाएगा.
क्या है युवा योजना? (What is youth scheme?)
इस योजना के तहत 30 साल से कम उम्र के लेखकों का एक पूल बनाया जाएगा, जो कि खुद को व्यक्त करने और भारत के किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश होने के लिए तैयार हैं. इसके साथ योजना भारतीय संस्कृति और साहित्य को विश्व स्तर पर पेश करने में मदद करेगी. पीएम मोदी ने बतया है कि हम युवाओं के लिए अपने लेखन कौशल का उपयोग करने का एक अवसर प्रदान कर रहे हैं. अधिक जानकारी के लिए https://innovateindia.mygov.in/yuva/ पर क्लिक कर सकते हैं.
युवा योजना से जुड़ी जरूरी जानकारी (Important information related to youth scheme)
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MyGov पर एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता के जरिए से कुल 75 लेखकों का चयन होगा. यह चयन एनबीटी द्वारा गठित एक समिति करेगी.
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यह प्रतियोगिता 4 जून से 31 जुलाई 2021 तक चलेगी.
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मेंटरशिप स्कीम के तहत एक उचित पुस्तक के रूप में प्रतियोगियों को 5,000 शब्दों का एक पांडुलिपि जमा करने के लिए कहा जाएगा.
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चयनित लेखकों के नामों की घोषणा 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की जाएगी.
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अंतिम चयन के लिए पांडुलिपियां तैयार की जाएंगी.
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विजेताओं की प्रविष्टियां 15 दिसंबर 2021 तक प्रकाशन के लिए तैयार होंगी.
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प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन 12 जनवरी 2022 को युवा दिवस या राष्ट्रीय युवा दिवस पर होगा.
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राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत चयनित उम्मीदवारों के लिए 2 सप्ताह के लेखकों के ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन करेगा. इसके बाद लेखकों को एनबीटी द्वारा आयोजित विभिन्न ऑनलाइन/ऑनसाइट राष्ट्रीय शिविरों में 2 सप्ताह के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
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युवा लेखकों को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे पुस्तक मेलों, साहित्यिक उत्सवों, वर्चुअल पुस्तक मेले, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों आदि में बातचीत के जरिए अपनी समझ का विस्तार करने का मौका दिया जाएगा.
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अंत में मेंटरशिप योजना के तहत प्रति लेखक 50,000 रुपए प्रति माह (50,000X6 = 3 लाख रुपए) की अवधि के लिए समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा.
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युवा लेखकों द्वारा लिखित एक पुस्तक या पुस्तकों की एक श्रृंखला प्रकाशित की जाएगी.
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अंत में लेखकों को उनकी पुस्तकों के सफल प्रकाशन पर 10 प्रतिशत की रॉयल्टी देय होगी.
सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि उनकी प्रकाशित पुस्तकों का अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा. इससे विभिन्न राज्यों के बीच संस्कृति और साहित्य का आदान-प्रदान हो पाएगा. इस तरह एक भारत श्रेष्ठ भारत को बढ़ावा मिलेगा.