Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 February, 2021 4:14 PM IST
Jharkhand Agriculture Minister Badal Patralekh

बीते दिन झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Jharkhand Agriculture Minister Badal Patralekh) ने गाजीपुर बार्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) से मुलाकात की. इस दौरान कृषि मंत्री बादल पत्रलेख बादल ने कहा कि जब से किसान के आंसू छलके थे, तब से उनका मन व्‍यथित था.  

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Jharkhand Agriculture Minister Badal Patralekh) ने कहा कि झारखंड ने शुरू से ही किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को अपना समर्थन दिया है. मैं यहां इसलिए आया हूं, ताकि मैं उनके साथ नैतिक रूप से खड़ा हो सकूं. दिल्‍ली पुलिस केंद्र सरकार की कठपुतली है, जिसको अपने इशारे पर नचाया जा रहा है.

इसके अलाव बादल पत्रलेख (Agriculture Minister Badal Patralekh) ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा है कि जब एक किसान के आंसू छलके हैं, तब से मन व्यथित था. आज गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों के बीच जाकर किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) से मुलाकत की, साथ ही आंदोलन को नैतिक समर्थन भी दिया. यह पल मुझे हमेशा याद रहेंगे.

आपको बता दें कि दिल्ली के बॉर्डर्स पर नए तीन कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. अब तक किसान आंदोलन को लगभग 70 दिन पूरे हो चुके हैं. आज किसान आंदोलन का 71वां दिन है, लेकि अभी भी किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं. उनका कहना है कि सरकार तीनों कृषि कानून को वापस लें. बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान काफी हिंसा हुई. 

जहां किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं. इसके साथ ही दिल्ली के बाहरी इलाकों में निरंतर इंटरनेट को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा प्रदर्शन स्थलों के आस-पास भारी बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगा दिए गए हैं. इसके चलते किसान 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम भी करने वाले हैं.

English Summary: Jharkhand Agriculture Minister Badal met Rakesh Tikait on letter writing Ghazipur border
Published on: 03 February 2021, 04:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now