नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 26 October, 2021 11:55 AM IST
Kisan Protest

केंद्र सरकारा द्वारा लागू किए गए नए तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए पिछले 11 महीने से किसान धरने पर बैठे हैं. हालांकि, कई बार सरकार ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांग से पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं.

इसके चलते एक बार किसान देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे.

देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में किसानों की कई मांग

इस विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों की कई मांगे हैं. एक तो वह लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पद से हटाने की मांग करने वाले हैं. इसके साथ ही अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग करेंगे.

इसके अलावा घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करने की मांग करेंगे. बता दें कि किसान देशभर के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे. इन मांगों को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम का एक ज्ञापन भी भेजेंगे.

ज्ञापन में क्या लिखा है?

राष्ट्रपति कोविंद को भेजे जाने वाले ज्ञापन में लिखा गया है कि ''3 अक्टूबर, 2021 को हुए लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में जिस तरीके से जांच हो रही है, उससे देशभर में निराशा और आक्रोश है. सुप्रीम कोर्ट भी इस घटना को लेकर पहले ही कई प्रतिकूल टिप्पणी कर चुका है.

ये खबर भी पढ़ें: अनिश्चितकाल तक चल सकता है किसान आंदोलन- राकेश टिकैत

इसके अलावा ज्ञापन में लिखा गया है कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार में नैतिकता की कमी से स्तब्ध है. जहां अजय मिश्रा मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री बने हुए हैं. किसानों की हत्या में दिनदहाड़े मंत्री की गाड़ी का  इस्तेमाल की गई है. इससे पहले मंत्री के कम से कम 3 वीडियो में रिकॉर्ड में हैं, जो सांप्रदायिक वैमनस्य और द्वेष को बढ़ावा देते हैं.

इस ज्ञापन में यह भी लिखा गया है कि उन्होंने यानि मंत्री ने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक भाषण भी दिया था. एसआईटी द्वारा मुख्य आरोपी को समन जारी करने के बाद मंत्री ने आरोपियों (उनके बेटे और उसके साथियों) को पनाह भी दी.

English Summary: Countrywide demonstration of farmers on completion of 11 months of Kisan Andolan
Published on: 26 October 2021, 11:59 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now