Dragon Fruit Farming: ड्रैगन फ्रूट की व्यावसायिक खेती कर किसान कमाएं भारी मुनाफा, बस इन बातों का रखें ध्यान केले के सड़ने की बीमारी को ऐसे करें प्रबंधित, यहां जानें पूरी विधि व अन्य जानकारी किसानों के लिए खुशखबरी! खरीफ सीजन से धान खरीद पर मिलेगा 500 रुपये बोनस, सरकार ने किया बड़ा ऐलान Cotton Cultivation: कपास के बीज किसानों को टोकन के माध्यम से किए जाएंगे वितरित भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Success Story: लातूर के इस किसान को मिली अमरूद की बागवानी में सफलता, आज है लाखों में कमाई
Updated on: 21 June, 2021 11:45 AM IST
Fish Farming

बड़ी संख्या में किसान मछली पालन का कार्य करते हैं. लेकिन सही जानकारी न होने की वजह से उन्हें अच्छा मुनाफा नहीं मिल पाता है. ऐसे में आप उत्तर प्रदेश के मत्स्य विभाग की 'यूपी फिश फार्मर्स' (UP Fish Farmer's)  नामक ऐप से मछली पालन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस ऐप का उपयोग करके राज्य के मत्स्य पालक किसान अपनी शंकाओं और परेशानियों का समाधान आसानी से कर सकते हैं.

FSII और NSAI ने कपास की अवैध बिक्री पर भारत सरकार को लिखा पत्र

भारतीय बीज उद्योग महासंघ और भारतीय राष्ट्रीय बीज संघ ने केंद्र सरकार से इस साल देश में हर्बिसाइड टॉलरेंट बीटी कपास की अवैध ढंग से होने वाली खेती में अचानक आयी तेजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है. बयान में कहा गया है कि अगर बिना मंजूरी वाले एचटी-बीटी कपास के बीज की बिक्री नहीं रुकी, तो यह किसानों के लिए आपदा का कारण बनेगा.

कृषक बंधु योजना की रकम हुई दोगुनी

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के द्वारा कृषक बंधु योजना की दोबारा शुरुआत और पैसे दोगुने किए जाने से प्रदेश के किसानों में खुशी है. जानकारी के मुताबिक अब किसानों को साल में 10,000 रुपए मिलेंगे. जिनके पास एक एकड़ से कम जमीन है उन्हें साल में 4,000 तो वहीं अगर किसी किसान की 60 वर्ष की उम्र तक मृत्यु होती है तो उसके परिवार को 2 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी.

कृषि जागरण के Facebook Page पर आयोजित हुआ FTB प्रोग्राम

‘कृषि जागरण’ सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए किसानों की बातें, समस्यांए, समाधान और सफलताओं को पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता है. इन्ही में से एक है "फार्मर दा ब्रांड" प्रोग्राम जो इस सप्ताह कृषि जागरण' के Facebook Page पर लाइव किया गया, जिसमें राजस्थान के किसान मोटा राम शर्मा ने अपने ब्रांड से जुड़ी जानकारी शेयर की-https://youtu.be/Cl1Yqm_xAdQ

मिर्च की खेती इस साल भी रिकॉर्ड स्तर पर होगी

भारत में इस साल खरीफ सीजन के दौरान मिर्च की खेती का उतपादन बढ़ने वाला है. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के अधिकतर किसान अब ज्यादा मात्रा में इसकी खेती कर रहे हैं. मसालों की खेती के लिए यहां पर अब साइब्रिड बीज की भी मांग बढ़ रही है. बता दें कि माहिको, सिंजेन्टा और सेमिनिस समेत कई बीज कंपनियों ने हाइब्रिड मिर्च के बीज की मांग की है.

कृषि कर्मचारियों को लगने लगी वैक्सीन

उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है. दरअसल मेरठ निवासी रजत ऐरन ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में कोरोना मामले पर 27 मई को लेटर पिटीशन भेजी थी. ऐसे में हाई कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने के बाद प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कृषि विभाग के कर्मचारियों को वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है.

किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है सरकार- तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से प्रेस कांफ्रेंस में पूछा गया कि कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध बना हुआ है, आखिर बात कहां अटकी है? जवाब में उन्होंने कहा कि 'केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है. कृषि कानूनों को रद्द करने के अलावा एक्ट से संबंधित किसी भी प्रविधान पर कोई भी किसान यूनियन आधी रात को भी बात करने आ सकती है. बातचीत कर समस्या का हल निकालने का प्रयास जरुर किया जाएगा.

इन राज्यों में दस्तक देगा मॉनसून

दक्षिण-पश्चिम मॉनूसन अगले 24 घंटों में अरब सागर समेत गुजरात और दक्षिणी राजस्था न के कुछ हिस्सों में दस्तरक दे सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और तटीय कर्नाटक में कई जगहों पर तेज बारिश होने की संभावना है.

English Summary: agriculture news: complete information about fish farming from 'UP Fish Farmers' app
Published on: 21 June 2021, 11:49 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now