अगर आपका वजन घट रहा है या थकान ज्यादा हो रही है या फिर कब्ज, सुस्ती और ज्य़ादा प्यास लगने के साथ-साथ कई अन्य परेशनियां हो रही हैं, तो आप थायराइड की बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं. यह बीमारी महिलाओं को अधिक प्रभावित करती है, इसलिए आज हम आपको अपले इस लेख में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि थाइराइड क्या है? इसके लक्षण और कारण क्या हैं? इसके साथ ही बामारी का किस तरह इलाज कर सकते हैं और क्या खा सकते है?
थायराइड क्या है? (What is thyroid?)
थायराइड एक प्रकार की ग्रंथि होती है, जो कि तितली के आकार की पाई जाती है. हमारे शरीर में कई ग्रंथियां होती हैं, जिनमें से एक थायराइड एंडोक्राइन ग्रंथि भी है. यह गर्दन के अंदर और कॉलरबोन के ठीक ऊपर होती है, जो हार्मोन्स को बनाती है. थायराइड नामक बीमारी के दो प्रकार होते हैं.
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हाइपोथायरायडिज्म (थायराइड कम होना)
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हाइपरथायराइडिज्म (थायराइड बढ़ना)
थायराइड कैसे होता है? (How is thyroid done?)
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शरीर में आयोडीन की अधिक कमी होने से थायराइड की समस्या हो सकती है.
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गर्भावस्था में महिला के शरीर में हार्मोन के बदलाव होते रहते है. इनमे कुछ हार्मोन के बदलाव से हाइपरथायराइडिज्म हो सकता है.
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इसके अलावा दवा का अधिक मात्रा में सेवन भी कारण बन सकता है.
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पिट्यूटरी ग्रंथि में कैंसर कोशिका के विकसित होने पर थायराइड हार्मोन का उत्पादन बढ़ सकता है.
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जिन लोगो को हाई बीपी या लो बीपी की समस्या होती है, उनको थायराइड की समस्या हो जाती है.
थायराइड के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of thyroid?)
आपको बता दें कि थायराइड दो तरह का होता है. पहला हाइपरथायरायडिज्म और दूसरा हाइपोथायरायडिज्म. आइए आपको इनके लक्षणों की जानकारी देते हैं.
हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण (Symptoms of hyperthyroidism)
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वजन घटना
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हाथ कांपना
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गर्मी न झेल पाना
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ठीक से नींद न आना
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तेजी से दिल धड़कना
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ज्यादा पसीना आना
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ज्य़ादा चिंता होना
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प्यास लगना
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कमजोरी होना
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण (Symptoms of hypothyroidism)
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काम में सुस्ती
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थकान
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कब्ज
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ठंड लगना
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सूखी त्वचा औऱ बालों में रूखापन
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महिलाओं में अनियमित मासिकचक्र
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धीमी हृदय गति
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इन्फर्टिलिटी के लक्षण
थायराइड होने पर क्या सावधानियाँ बरतें? (What precautions should be taken if you have thyroid?)
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थायराइड में कम वसा वाला आहार खाना चाहिए.
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ज्यादा से ज्यादा फलों एवं सब्जियों का सेवन करना चाहिए.
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पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें.
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मिनरल्स और विटामिन से युक्त भोजन खाएं.
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आयोडीन युक्त आहार का खाएं.
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नट्स जैसे बादाम, काजू और सूरजमुखी के बीजों का अधिक सेवन करें.
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विटामिन-ए का अधिक सेवन करें
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थायरॉइड ग्रन्थि को संतुलित बनाए रखें.
थायराइड के घरेलू उपचार क्या हैं? (What are home remedies for thyroid?)
हल्दी और दूध (Turmeric And Milk)
आप हल्दी और दही से थायराइड की बीमारी का इलाज कर सकते हैं. इसके लिए आपको रोजाना दूध में हल्दी पका कर पीना होगा.
लौकी (Gourd)
इसके उपयोग से थायराइड में फायदा होता है. इसके लिए पको खाली पेट लौकी का जूस पीना होगा. यह थायराइड में उत्तम काम करता है. यह रोग को शांत करता है.
काली मिर्च (Black pepper)
इसके सेवन से थायराइड का उपचार हो सकता है. आपको नियमित रूप से भोजन में थोड़ी मात्रा में काली मिर्च का सेवन करना है.
नारियल का तेल (Coconut Oil)
इसका उपयोग थायराइड की क्रिया शीलता को बनाए रखने में किया जाता है, इसलिए रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का सेवन करना चाहिए.
थायराइड के आर्युवेदिक उपचार क्या है? (What is ayurvedic treatment for thyroid?)
अश्वगंधा (Ashwagandha)
आप रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ पिएं. इसके अलावा पत्तियों या जड़ को पानी में उबालकर पी सकते हैं. यह हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है.
मुलेठी (Mulethi)
मुलेठी में प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड पाया जाता है, जो कि थायराइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है.
तुलसी (Tulsi)
अगर आप 2 चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर पी लेते हैं, तो इससे थायराइड की समस्या ठीक हो जाती है.
त्रिफला चूर्ण (Triphala)
रोजाना एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है.