अगर आप कुछ भी खाने की प्रवृति वाले इंसान हैं, तो अक्सर आपकी दिनचर्या काफी खराब हो जाती होगी. इस वजह से आपको तनाव की समस्या हो सकती है, साथ ही कई तरह की बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है.
इनमें मधुमेह, मोटापा, माइग्रेन, हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां शामिल हैं. इसके अलावा अल्जाइमर जैसी बीमारी का खतरा भी बना रहता है. ये बीमारी होने पर व्यक्ति को भूलने की आदत हो जाती है. दरअसल, अगर ये बीमारियां हो जाएं, तो इससे आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर काफी बुरा असर पड़ सकता है.
ऐसे में डॉक्टर्स सही खान-पान, सही दिनचर्या और हर दिन एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं. इसके अलावा सेहतमंद रहने के लिए डाइट में मोंठ दाल (Moth Daal) को शामिल करने की सलाह दी जाती है.
अगर इसका सेवन किया जाए, तो यह कई तरह की बीमारी से बच सकते हैं. कई शोध में जिक्र हुआ है कि जिन लोगों को कैंसर या डायबिटीज की बीमारी होने का खतरा होता है, उन्हें मोंठ दाल (Moth Daal) का सेवन करना चाहिए. इस बारे में रिसर्च क्या-क्या कहती है? आइए इसके बारे में जानते हैं-
क्या है मोंठ दाल? (What is Moth Dal?)
मोंठ दाल (Moth Daal) मूंग की तरह ही एक दाल है. इसकी गिनती मोटे अनाज के तौर पर होती है. इसको कई जगहों पर वनमूंग भी कहा जाता है. हालांकि, इसकी खेती देशभर में की जाती है. इसकी बुवाई गर्मी के दिनों में होती है, तो वहीं बारिश के दिनों में इसे काटा जाता है. आमतौर पर मोंठ दाल की खेती बाजरे के साथ होती है.
क्या कहती है रिसर्च? (What does research say?)
एक शोध के मुताबिक, हमारी सेहत के लिए मोंठ दाल (Moth Daal) किसी वरदान से कम नहीं है. इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों का खतरा कम होता है.
इस शोध में स्प्राउट और कच्चे मोंठ दाल पर गहन अध्ययन किया गया है. इसके परिणाम में शोधकर्ताओं ने कैंसर, डायबिटीज और दिल की बीमारियों के मरीजों को मोंठ दाल खाने की सलाह दी है.
इसके अलावा बताया है कि इसके सेवन से कई और बीमारियों का खतरा भी काफी कम होता है. इसके साथ ही ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का खतरा कम हो जाता है. ऐसे में हम सभी को अपनी डाइट में मोंठ दाल (Moth Daal) को जरूर शामिल करना चाहिए..