हमारी सेहत के लिए फलों का सेवन बहुत अच्छा माना गया है, इसलिए आज हम इस लेख में एक दिलचस्प फल की जानकारी लेकर आए हैं. दरअसल, हम लक्ष्मण फल की बात कर रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.
इसे हनुमान फल भी कहा जाता है. यह एक ताकतवर फल है, जो शरीर को कई रोगों से दूर रखता है. आइए आपको लक्ष्मण फल के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में बताते हैं.
लक्ष्मण फल पर नया शोध (New research on Laxman fruit)
एक शोध में बताया गया है कि हनुमान फल में फाइटोकेमिकल्स, एल्कलॉइड और फ्लेवनॉल ट्राइग्लिसराइड के गुण पाए जाते हैं, जिससे शुगर कंट्रोल करने में बहुत सहायता मिलती है. इसके लिए रोजाना हनुमान फल की पत्तियों की चाय बनाकर पीना चाहिए.
लक्ष्मण फल के गुण (Properties of lakshman fruit)
यह फल मूल रूप से दक्षिणी अमेरिका से संबंध रखता है, लेकिन यह दक्षिण भारत में भी पाया जाता है. यह फल बाहर से सख्त दिखाई देता है, लेकिन अंदर से अनानास की तरह होता है. इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबायोटिक, पोटैशियम, प्रोटीन, आयरन, फोलेट, फाइबर, विटामिन सी, मैग्नीशियम, आदि की मात्रा पाई जाती है.
लक्ष्मण फल खाने का तरीका (How to eat lakshman fruit)
आप इस फल को काटकर कच्चा भी खा सकते हैं. ध्यान रहे कि आपको फल के अंदर का गुदा ही खाना है और बीजों को निकाल देना है. बता दें कि इस फल के बीजों का सेवन करने से नुकसान हो सकता है. इसके अलावा, फल से स्मूदी, आइसक्रीम, शरबत बनाकर सेवन कर सकते हैं.
लक्ष्मण फल के सेवन के फायदे (Benefits of consuming lakshman fruit)
इस फल का सेवन करने से कई रोगों से सुरक्षा होती है, जिसकी जानकारी नीचे दी हई है.
संक्रमण से बचाव (Prevention of infection)
इस फल में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
यूटीआई से बचाव (Prevention of UTI)
इस फल का सेवन करने से मूत्र मार्ग में होने वाले संक्रमण का खतरा कम होता है. अक्सर महिलाओं को यूटीआई की समस्या होती है. ऐसे में हनुमान फल का सेवन करना चाहिए.
कब्ज से बचाव (Prevention of constipation)
हनुमान फल का सेवन करने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है. इसके अलावा, कब्ज जैसी समस्या से राहत मिलती है.
कैंसर से बचाव (Cancer prevention)
कहा जाता है कि इस फल में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जिससे शरीर में कैंसरीकृत कोशिकाओं के विकास को बाधित करने में मदद मिलती है. हालांकि, इससे संबंधित किसी तरह का शोध सामने नहीं आया है.
(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है. अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो एक बार अपने डॉक्टर की सलाह का जरूर लें.)