कई बार हम ऐसे रोग की चपेट में आ जाते हैं, जिसकी वजह से हमें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसमें विटिलिगो यानी शरीर में होने वाले सफेद दाग की बीमारी भी शामिल है. इस समस्या को विटिलिगो भी कहते हैं.
यह एक प्रकार का चर्मरोग है. इसमें शरीर के कई हिस्सों में सफेद दाग पड़ जाते हैं. ये धाग शरीर के किसी भी भाग में हो सकते हैं. यह सफेद दाग देखने में ऐसे लगते हैं, जैसे किसी ने व्यक्ति के शरीर के ऊपरी भाग की चमड़ी को निकाल दिया हो. मगर ऐसा होता नहीं है. आइए आपको सफेद दाग होने के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपाय बताते हैं.
सफेद दाग होने के कारण
डॉक्टर्स मानते हैं कि जब हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम शरीर को नुकसाने पहुंचाने लगता है, तब यह बीमारी होती है. इस रोग के तहत त्वचा में रंग बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं या फिर काम करना बंद कर देती हैं. इस वजह से त्वचा और बालों का रंग हल्का हो जाता है या सफेद हो जाता है. इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति के माता-पिता में किसी को ये बीमारी है, तो 2 से 4 प्रतिशत लोगों को ये बीमारी हो सकती है.
सफेद दाग के लक्षण
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व्यक्ति की त्वचा का रंग फीका पड़ने लगता है.
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उसी जगह पर बाल भी सफेद होने लगते हैं.
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अगर आपके शरीर में कोई भाग सफेद पड़ जाए, फिर इसके बाद चोट लग जाए और वो भाग भी सफेद हो जाए, तो समझ सकते हैं कि ये बीमारी शरीर में तेजी से फैल रही है.
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इसके साथ ही सूर्य के प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता होती है.
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इसके अलाव नाभि, कमर, जननांगों और मलाशय क्षेत्र के पास छोटे सफेद धब्बे हो जाते हैं.
सफेद दाग से बचने के उपाय
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पहले तो तांबे के बर्तन में 8 घंटे तक पानी रखना चाहिए और फिर रोग को यह पानी पीना चाहिए.
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रोगी को गाजर, सोयाबीन, दालें, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए.
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करेले की सब्जी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए.
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साबुन और डिटरजेंट का इस्तेमाल कम करना चाहिए.
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इसका सबसे बड़ा उपाय यही है कि आपको जब भी इस बीमारी के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर लें.
(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. अगर आप किसी भी चीज का सेवन करते हैं या घरेलू उपाय अपनाते हैं, तो उससे पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)