हमारे देश में 1500 से अधिक आम की किस्में पाई जाती हैं. सभी किस्मों का क्षेत्रीय जलवायु की नजर से अपना-अपना महत्व है. आम के फल भी अलग-अलग माह में आते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी किस्म के बारे में बताएंगें जो साल भर फल देने में सक्षम है. इस किस्म का ईजाद कोटा के एक किसान ने किया है. इनके द्वारा विकसित प्रजाति का नाम ‘सदाबहार’ है, जो वर्ष भर फल देने के लिए प्रसिद्ध है.
अल्फांसो का रिश्तेदार है सदाबहार
सदाबहार आम के गुण बहुत हद तक अल्फांसों से मिलता जुलता है. इसकी बागवानी करने वाले गिरधरपुरा गांव के किसान किशन सुमन ने बताया कि अल्फांसों की तरह इस आम को भी फलों का सरताज कहा जा सकता है.
इस तरह किया गया ईजाद
किशन सुमन ने फल को गुलाब, मोगरा और मयूरपंखी (थूजा) की खेती से प्रेरित होकर ईजाद किया. सुमन बताते हैं कि "मैंने गुलाब की किस्म की तर्ज पर आम में परिवर्तन करना चाहा और कामयाब रहा.” उन्होंने कहा कि सदाबहार फल को कई किस्मों के प्रयोग के बाद ईजाद किया गया है और ये तीन अलग-अलग मौसम में भी फल देने में सक्षम है.
मिल चुके हैं कई सम्मान
आम की विशेष किस्म खोजने के लिए सरकार द्वारा उन्हें कई तरह के पुरुस्कार मिल चुके हैं. उन्हें कई राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. सदाबाहर आम के पेड़ पूरे वर्ष खिलते हैं और इनके फल का स्वाद मीठा होता है.
किचन गार्डन में भी हो सकता है उत्पादन
इस पेड़ की किस्म को किचन ग्रार्डन में बर्तन में रखकर भी उत्पादित किया जा सकता है. सदाबहार का पौधा अत्याधिक मात्रा में ऑक्सीजन प्रदान करता है. इस कारण ये उत्पादकों के साथ-साथ लोगों के लिए भी फायदेमंद है. इस आम के किस्म को देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हाईब्रिड आम की श्रेणी में रखा जाता है.