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Updated on: 11 December, 2024 12:00 AM IST
आम और लीची के बाग में गहराया अनजान कीट खतरा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

आम और लीची जैसे महत्वपूर्ण फल भारत के प्रमुख बागवानी उत्पादों में गिने जाते हैं. इनके उत्पादन में बढ़ोतरी देश के आर्थिक विकास और कृषकों की आय में वृद्धि के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है. हालांकि, आजकल इन फसलों में एक नई समस्या उभर कर सामने आ रही है. आम और लीची के नए लगाए गए बागों में एक अनजान कीट का प्रकोप देखा जा रहा है जो नवजात पत्तियों को खा रहा है. यह कीट न केवल उत्पादन को प्रभावित कर सकता है, बल्कि पौधों की वृद्धि और विकास को भी बाधित करता है. 

इस समस्या को पहचानने और प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी उपायों की आवश्यकता है.

समस्या का स्वरूप

आम और लीची के बागों में नवजात पत्तियों को खाने वाले इस कीट की पहचान अभी तक सुनिश्चित नहीं की जा सकी है. यह कीट सामान्यतः पाए जाने वाले कीटों से अलग प्रतीत होता है और पौधों की कोमल पत्तियों को नुकसान पहुंचाता है. यह पौधों की वृद्धि को रोक देता है और उनकी उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.

नवजात पत्तियां पौधों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि वे प्रकाश संश्लेषण (फोटोसिंथेसिस) के माध्यम से पौधे की ऊर्जा उत्पादन प्रणाली का आधार बनती है. इन पत्तियों के नष्ट होने से पौधों की ऊर्जा उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है, जिससे उत्पादन में कमी आ सकती है.

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प्रबंधन रणनीतियां

इस समस्या का समाधान करने के लिए विभिन्न कीटनाशकों का उपयोग किया जा सकता है. प्रभावी प्रबंधन के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं जैसे....

1. प्रोफेनोफॉस का छिड़काव

प्रोफेनोफॉस एक व्यापक स्पेक्ट्रम वाला कीटनाशक है जो विभिन्न प्रकार के कीटों को नियंत्रित करता है. इसे 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें. 

2. इंडोक्साकार्ब का उपयोग

इंडोक्साकार्ब एक प्रभावी कीटनाशक है जो कीटों की तंत्रिका प्रणाली पर प्रभाव डालकर उन्हें मारता है. इसे 1.5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें. 

3. क्लोरेंट्रानिलिप्रोल का छिड़काव

क्लोरेंट्रानिलिप्रोल एक नए युग का कीटनाशक है जो पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को नियंत्रित करता है. इसे 0.5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें. 

सावधानियां

कीटनाशकों का उपयोग करते समय निर्देशों का पालन करें और उचित मात्रा का ही उपयोग करें. छिड़काव के दौरान सुरक्षात्मक उपाय अपनाएं, जैसे दस्ताने, मास्क और चश्मा पहनना. छिड़काव सुबह या शाम के समय करें ताकि कीटनाशकों का प्रभाव अधिक हो और परागणकर्ता कीटों पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम हो. जैविक कीट प्रबंधन विकल्पों की खोज भी करें ताकि पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़े. 

दीर्घकालिक समाधान

इस समस्या का दीर्घकालिक समाधान खोजने के लिए शोध और जांच आवश्यक है. निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं: 

1. कीट की पहचान

इस नई प्रजाति की पहचान करने के लिए विशेषज्ञों की मदद लें. कीट की पहचान होने पर उसके जीवन चक्र और व्यवहार का अध्ययन करें ताकि उसके नियंत्रण के लिए लक्षित उपाय किए जा सकें. 

2. जैविक नियंत्रण उपाय

जैविक नियंत्रण जैसे परजीवी कीटों या प्राकृतिक दुश्मनों का उपयोग करें. जैविक कीटनाशकों का विकास और उनका उपयोग पर्यावरण-अनुकूल उपाय हो सकता है. 

3. फसल चक्र और कृषि पद्धतियां

फसल चक्र और स्वच्छता उपाय अपनाएं ताकि कीटों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके. बागानों की नियमित निगरानी करें और संक्रमित पौधों को समय पर हटाएं. 

4. जागरूकता कार्यक्रम

किसानों को इस समस्या के बारे में जागरूक करने और उन्हें प्रबंधन तकनीकों का प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन करें. 

English Summary: mango and litchi orchards unknown pests threat symptoms management
Published on: 11 December 2024, 11:37 IST

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