बाज़ार में मिलने वाली सब्ज़ियों का बड़ा हिस्सा रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग के साथ उगाया जाता है जिस वजह से कम पोषण और हानिकारक तत्वों के साथ हमारी थाली में पहुंचता है. रासायनिक फल और सब्ज़ियां से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है.
इस समस्या का आसान समाधान है- अपनी खुद की सब्ज़ियां उगाना. निश्चित रूप से इसमें बहुत समर्पण, समय और प्रयास लगेगा है, लेकिन जब आप अपने बगीचे में उगाई गई ताज़ा सब्ज़ियों को खाएंगे तो उसका अनुभव अलग होगा. वो रसायनों से मुक्त होंगे और पोषण से भरपूर होंगे.
घर में उगी सब्ज़ियों का स्वाद बेहतर होता है
दुकानों में बेचे जाने वाले फलों और सब्ज़ियों को व्यावसायिक खेती के ज़रिये तैयार किया जाता है और लंबी शेल्फ लाइफ के लिए अप्राकृतिक तरीके अपनाए जाते हैं, जबकि घर में उगाई गई सब्ज़ियों की शेल्फ लाइफ भले कम हो लेकिन वे स्टोर से ख़रीदी गई सब्ज़ियों की तुलना में अधिक पोषक तत्वों से भरपूर और स्वाद में बेहतर होती हैं.
कम लागत
हालांकि सब्ज़ियों और फलों को घर पर उगाने में समय ज़्यादा लगेगा लेकिन ये बाज़ार में मिलने वाली सब्ज़ियों से कम दाम में उग सकेंगे और मार्केट में आने-जाने का समय और लगने वाला पैसे भी नहीं ख़र्च होंगे.
कीटनाशक रहित फ़सल
अगर आप अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर कीटनाशकों के प्रतिकूल प्रभावों से चिंतित हैं तो आप घरेलू सब्ज़ियों और फलों से इससे निजात पा सकेंगे. चूंकि आप इन्हें छोटे पैमाने पर उगाएंगे इसलिए कीटनाशकों का उपयोग किए बिना कीट संक्रमणों को रोक सकते हैं.
गार्डेनिंग के साथ व्यायाम भी होगा
अपने बगीचे में फल-सब्ज़ी उगाने और उसकी देखभाल करने के लिए हमेशा एक्टिव रहने की ज़रूरत होती है. इसलिए पौधे लगाने से लेकर निराई-गुड़ाई और कटाई तक आप ताज़ी हवा और धूप का आनंद लेते हुए, व्यायामों को करते हुए घंटों समय बिताएंगे.
बच्चों को करें शामिल
अपनी सब्ज़ियां उगाना आपके लिए अपने बच्चों के साथ अच्छी बॉन्डिंग के लिए और उन्हें शारीरिक गतिविधि में शामिल करने का एक शानदार तरीक़ा है जो उन्हें पौधों की देखभाल करना सिखाता है और उन्हें प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया की सीख भी देता है.
मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
बागवानी सामान्य रूप से चिंता और तनाव से निपटने का एक शानदार तरीक़ा है, इसके साथ आपका दैनिक व्यायाम भी हो जाता है. इसके अलावा जब लोग एक बीज को एक परिपक्व पौधे के रूप में सफलतापूर्वक विकसित करते हैं तो यह उन्हें उपलब्धि का एहसास देता है, जिससे ख़ुशी मिलती है. बागवानी अब कठिन काम नहीं है क्योंकि इंटरनेट के साथ हमें सभी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो जाती है. बागवानी न केवल लोगों को प्रकृति के साथ जोड़ने में मदद कर सकती है बल्कि उन्हें व्यक्तिगत रुचि के एक नए क्षेत्र को अनलॉक करने में भी मदद कर सकती है.
खाद्य सुरक्षा
यदि आप और आपका परिवार आर्थिक रूप से कठिन समय से गुज़र रहे हैं तो बागवानी कर के सब्ज़ियां उगाना यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि आपको और आपके प्रियजनों को हर समय सुरक्षित, स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो. उचित तक़नीक से, आप अपनी सब्ज़ियों का स्टॉक भी कर सकते हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते हैं. आप अपने पास उपलब्ध छोटी जगह का भी उपयोग करके उपयोगी जड़ी-बूटियां और सब्ज़ियां उगा सकते हैं.
इसलिए अगर आप घर में बागवानी कर सकते हैं तो ज़रूर करें, क्योंकि यह न केवल आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है बल्कि पर्यावरण को भी काफ़ी मदद करता है.