पौधों के संपूर्ण विकास के लिए साफ पानी की आवश्यकता होती है. पानी एक स्वस्थ और संपन्न बगीचे को बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण अंग है. साधारण तौर पर हम पानी को पेड़ के विकास के लिए उतना महत्व नहीं देते हैं, लेकिन यह पौधों के समग्र विकास का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है. आज हम पौधों को पानी देने के सही समय के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं.
सुबह का समय
पौधों को पानी देने का सबसे सही समय सुबह का होता है. सूरज उगते समय पौधों का दैनिक विकास चक्र शुरू हो जाता है. ऐसे में सुबह के समय इनकी जड़ों को पानी देना एक उर्जा प्रदान करता है. सुबह पानी देने से पत्तियों को सूखने और फफूंद लगने से बचाता है. इसके अलावा यह सुबह का ठंडा तापमान पानी के वाष्पीकरण को भी कम करता है.
पौधों के प्रजाति
पौधों की उनकी प्रजाति और आकार के आधार पर पानी की आवश्यकताएं होती हैं. उदाहरण के लिए, रसीले पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है. वहीं कैक्टस जैसे पौधे कम पानी में ही ग्रोथ कर जाते हैं. कुछ उष्णकटिबंधीय पौधों को लगातार नमी की आवश्यकता होती है.
मिट्टी की नमी
पानी को पौधे की जड़ों तक पहुंचने के लिए मिट्टी की नमी की जांच करना आवश्यक होता है. आप मिट्टी को अपने हाथों से दबा कर जांच सकते हैं, यदि यह सूखी लगे, तो मिट्टी में पानी देने का समय आ गया है. यह ध्यान रखें कि अधिक पानी देना पौधे की जड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है, इससे जड़ों में सड़न और अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
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पानी देने की तकनीक
आप पौधों को पानी कैसे देते हैं यह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आप उन्हें पानी किस समय पर देते हैं. मिट्टी में सीधे पानी पहुंचाने के लिए सोकर नली, ड्रिप सिंचाई या बारीक नोजल वाले वाटरिंग कैन का उपयोग किया जा सकता है, इन तरीकों से पानी की बर्बादी कम होगी और पत्तियों को अनावश्यक रूप से गीला होने से भी बचाया जा सकेगा.