Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 23 August, 2023 12:00 AM IST
Sirohi breed cow

गाय का घी सबसे उत्तम होता हैलेकिन बाजार में सिरोही नस्ल की गाय के घी की बहुत अलग ही मांग है. सिरोही गाय गुजरात राज्य की मानी जाती है. यह मवेशियों में सबसे शुद्ध भारतीय नस्ल है. यह नस्ल ज्यादातर गुजरात और राजस्थान के इलाकों में पाई जाती है. इस गाय के दूध उत्पादन की क्षमता अन्य गायों की तुलना में काफी अच्छी होती है. इस गाय का जीवन काल 18 से 20 वर्ष तक का होता हैजो साधारण गायों की तुलना में से वर्ष अधिक होता है.

दूध का उत्पादन

अगर दूध उत्पादन क्षमता की बात करें तो सिरोही गाय रोजाना 10 से 12 लीटर दूध देती है. एनडीडीबी के अनुसार, सिरोही नस्ल की गाय एक ब्यान्त में 1647 लीटर तक दूध दे सकती है.

सिरोही गाय की विशेषताएं

सिरोही गायों का वजन 250 से 300 किलोग्राम तक का होता है, यह अन्य गायों की तुलना में ज्यादा भारी होती हैं. इस प्रजाति के बैलों का वजन 350 से 400 किलोग्राम तक होता है.

इस गायों की ऊंचाई औसतन 120 से 125 सेमी तक होती है. वहीं बैलों की ऊंचाई 130 से 135 सेमी तक की होती है.

यह प्रजाति साहीवाल, राठी, गिर जैसी उत्तम नस्लों की गायों को पीछे कर देती है. इसका घी बाजार में दोगुने दाम पर बिकता है.

इस नस्ल का नामकरण इसके भौगोलिक आधार पर किया गया है. इसे राजस्थान की अरावली पर्वत की चोटियों पर स्थानीय भाषा में नार के नाम से भी जाना जाता है. इसका स्वभाव घुमक्कड़ होता है.

National Bureau of animal genetic resource Karnal ने जनवरी 2020 में इस गाय को भारतीय देशी गोवंश की स्वतंत्र नस्ल के तौर पर रजिस्टर्ड किया है.

English Summary: What are the Sirohi breed cow's specialty
Published on: 23 August 2023, 05:12 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now