दुग्ध उत्पादन में गाय और भैंसों का पालन सबसे ज्यादा संख्या में किया जाता है. इसका कारण यह है कि इनसे प्राप्त होने वाले दूध की मात्रा तो ज्यादा होती ही है. साथ ही पोषण से भी भरपूर होता है. आज हम आपको भारत की सबसे ज्यादा पाली जाने वाली भैसों की सीरीज में अगली कड़ी की भैंस सुरती नस्ल की जानकारी देने जा रहे हैं.
यह धाकड़ भैंस मूलतः गुजरात के खेड़ा और बड़ौदा में पाई जाती है. सुरती भैंस को चारोटारी, दक्कनी, गुजराती, नडियादी और तालाबड़ा के नामों से भी जाना जाता है. इसके यह नाम उनके पाए जाने वाले स्थानों के अनुसार ही रख दिए गए हैं. इस नस्ल की बाज़ार में कीमत की बात करें तो यह 40000 से 50000 रुपये तक में मिल जाती है.
सुरती भैंस की पहचान और विशेषतायें
सुरती भैंस का रंग भूरा और हल्का काला होता है.
शरीर का आकार बैरल की तरह होता है.
नर और मादा भैंस की ऊंचाई 130 से 135 सेंटीमीटर तक हो होती है.
नर और मादा भैंस लम्बाई 150 से 155 सेंटीमीटर तक हो होती है.
इसकी पूंछ की लम्बाई 85 से 90 सेमी तक होती है.
नर सुरती भैंसा का वजन 400 450 किलोग्राम तक होता है
मादा बन्नी भैंस का वजन 390 430 किलोग्राम तक होता है.
पहली ब्यांत 35 से 45 माह का होता है.
सुरती भैंस लगभग 10 से 15 लीटर दूध प्रतिदिन देती है.
सुरती भैंस 1900 से 2000 लीटर दूध का औसतन दूध देती है.