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Updated on: 21 October, 2019 12:00 AM IST

बदलते हुए समय के साथ ना सिर्फ नई बीमरियों ने इंसानों को अपनी चपेट में लिया है, बल्कि पशुओं पर भी इनका प्रभाव पड़ा है. पालतु पशओं में ऐसी बहुत से बीमारियां देखने को मिल रही है जो प्रायः  इंसानों को ही होती है. ऐसी ही बीमारियों में से एक है पथरी की समस्या. पथरी के बारे में वैसे आमतौर पर हमारी समझ सीमित है. जानवरों में पथरी के मामले में तो लोगों को दुर्लभ ही जानकारी है.

बता दें कि पथरी की समस्या ना सिर्फ आपके पशुओं के लिए खतरनाक है बल्कि यह जानलेवा भी है. ये बीमारी भेड़-बकरी, गाय-भैंस और कुत्ता आदि किसी को भी आसानी से हो सकती है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक भारतीय पशु अनुंसधान संस्थान हर साल 700 से 800 ऐसे मामले नोटिस कर रही है, जिनमे पथरी के मामले पशुओं को लेकर आ रहे हैं.

क्यों बढ़ रहे हैं पशुओं में पथरी के मामले

पशुओं में पथरी की समस्या होने के कई कारण हैं. बदलता हुआ जलावायु और मौसम प्रथम है और दूसरे नंबर पर है खान-पान एवं आहार में तेज़ी से होता हुआ परिर्वतन. रिपोर्ट कहती है कि पिछले आठ वर्षों में बीमारी से ग्रसित पशुओं की संख्या में आश्चर्यजनक वृध्दि हुई है.

नर पशुओं को है अधिक खतरा

शोध में पता लगा है कि प्रायः मादा पशुओं के मुकाबले नर पशुओं को पथरी की समस्या अधिक हो रही है. हालांकि ऐसा क्यों है इस बारे में कुछ निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता, लेकिन बहुत से विशेषज्ञो का मानना है कि मादा पशुओं में पेशाब की नली की चौड़ाई अधिक होने के कारण ऐसा है. विशेषज्ञों की माने तो मादा पशुओं में पेशाब की नली अधिक चौड़ी होती है और इसी कारण अनचाहे तत्व आसानी से बाहर निकल जाते हैं. लेकिन नर पशुओं में पेशाब की नली पतली होती है, जिस कारण पथरी बनने की संभावना अधिक हो जाती है.

पशुओं में पथरी के लक्षणः

1. पशु कुछ समय के अंतराल पर पेशाब करने का प्रयास करता है, लेकिन उसे पेशाब नहीं होता.
2. पशु असहज रहने लगता है और बैचेनी के कारण कभी उठता कभी बैठता है.
3. चारा खाना बंद कर देता है.
4. पेट सामान्य के मुकाबले कुछ अधिक फूला हुआ प्रतीत होता है.

लक्षण प्रतीत होने पर क्या करे ?

1. बात को हल्के में ना ले और पशु की हरकतों को ध्यानपूर्वक नोटिस करें
2. पानी की सफाई पर खास-ध्यान दें
3. घरेलू उपाय ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें

English Summary: stone cases increase in animals know about the symptoms and treatment animals stones
Published on: 21 October 2019, 02:57 IST

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