Titar Farming: किसानों के लिए है बेहद फायदेमंद तीतर पालन, कम लागत में होगी मोटी कमाई ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 25 May, 2020 12:00 AM IST

टोडा भैंस किसानों की आमदनी का साधन बन सकती है. तामिलनाडू में नीलगिरी पहाड़ियों पर पायी जाने वाली यह भैंस आज भारत में किसानों की पहली पसंद बनती जा रही है. एक ब्यांत में 500 लीटर दूध देने की क्षमता इसको और भी खास बनाती है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.

शारारीक बनावट

इस नस्ल की भैंसों की पहचान उसकी शारीरिक बनावट के आधार पर की जा सकती है. इसका रंग सलेटी होता है एवं शरीर छोटा होता है. चौड़ा माथा, लंबे सींग एवं चौड़ा मुंह इसको विशेष पहचान देते हैं.

चारा

इस नस्ल की भैंसों को खुराक जरूरत के अनुसार देनी चाहिए. इन्हें फलीदार चारे के साथ तूड़ी या अन्य चारे का मिश्रण पसंद है. इसके अलावा चारे में ऐसे भोजन को शामिल करें जिसमें उर्जा, प्रोटीन, कैलशियम, फासफोरस और विटामिन ए की मात्रा हो.

शैड की आवश्यकता

इन भैंसों को रहने के लिए शैड की जरूरत होती है. अधिक बारिश, तेज धूप, बर्फबारी आदि से इनके बीमार होने का खतरा होता है. शैड के निर्माण में साफ हवा और पानी की व्यवस्था होनी चाहिए.

बीमारियों से बचाव

इस नस्ल की भैंस को मुख्य तौर पर तेजाबी बदहजमी की शिकायत होती है. इसलिए अधिक निशाचन वाले खुराक को न दें. अगर इन्हें कब्ज की शिकायत हो तो उपचार के लिए शुरू में ज्यादा पानी पीने के लिए दें.

गाभिन एवं कटड़ों की देखभाल

गाभिन भैंस को 1 किलो अधिक फीड देनी चाहिए. जन्म के तुरंत बाद कटड़े के नाक या मुंह के चिपचिपे पदार्थ को साफ करना चाहिए.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

ये खबर भी पढ़े: रामबुतान फल सेहत के लिए है वरदान, जानिए फायदें

English Summary: specialties of Toda Buffalo milk capacity color height etc know more about Toda Buffalo
Published on: 25 May 2020, 07:06 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now