Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 24 April, 2023 12:00 AM IST
1 लाख किसानों को 4 करोड़ मीटर तारबंदी के लिए मिलेगा अनुदान

किसान भाइयों के लिए सबसे बड़ी परेशानी फसल नुकसान को लेकर होती है. फसलें कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी जंगली जानवरों के चलते नष्ट हो जाती है. ऐसे में सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए तारबंदी योजना (Fencing Plan) को शुरू किया. जिसमें राज्य सरकार अपने स्तर पर इस योजना के तहत किसानों की आर्थिक तौर पर मदद करती है. पिछले कुछ सालों से राजस्थान सरकार भी प्रदेश के किसानों की इस योजना के तहत मदद करती आ रही है. ताकि किसान अपनी फसल को सुरक्षित रखकर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकें.

किसानों को करोड़ मीटर तक तारबंदी पर मिलेगा अनुदान

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) ने आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा (Protection of Crops From Animals) के लिए कांटेदार तार की बाड़ लगाने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य सरकार प्रदेश के एक लाख किसानों को 444.40 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 4 करोड़ मीटर कंटीले तार की फेंसिंग बनाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने अनुसूचित जनजाति समुदायों के किसानों की जोत के सीमित आकार के कारण न्यूनतम बाड़ की सीमा को घटाकर 0.50 हेक्टेयर करने की भी सिफारिश की है. इस बात की जानकारी CMO Rajasthan ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी दी है.

प्रदेश में नतीजतन, बाड़ लगाने में सामुदायिक जुड़ाव अब पहले की तुलना में अधिक धन प्राप्त करेगा. मिली जानकारी के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023-24 में फसल सुरक्षा पर लगभग 444.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे और वहीं किसान कल्याण कोष (Farmers Welfare Fund) में 391 करोड़ रुपये, जबकि राज्य योजना 'तार बाड़ के माध्यम से फसल सुरक्षा अनुदान' (Crop Protection Grants Through Wire Fencing)  में 25 करोड़ रुपये का योगदान होगा.

बाड़ लगाने से मवेशियों से फसल की होगी सुरक्षा

देखा जाए तो कृषि बाड़ (Agricultural Fence) लगाना एक प्रकार का बाड़ है, जो आमतौर पर खेती में इस्तेमाल किया जाता है. अक्सर बाड़ का उपयोग खेत में मवेशियों को नियंत्रित करने में सहायता करता है. इसी के चलते ज्यादातर किसान अपने खेत में बाड़ (Farm Fence) को लगाना उचित समझते हैं. खेत में बाड़ लगाने से जंगली जीवों के साथ-साथ साधारण जानवर भी खेत से बाहर रहते हैं.

ये भी पढ़ें: संरक्षित खेती से किसानों की होगी शानदार कमाई, जानिए सरकार कितना दे रही सब्सिडी ?

सरकार के द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, तारबंदी योजना के शेष 28.40 करोड़ रुपये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन से खर्च किए जाएंगे. गौरतलब है कि गहलोत ने 2023-24 के बजट में राजस्थान फसल सुरक्षा मिशन के तहत वायर फेंसिंग अनुदान जारी रखने की घोषणा की थी.

English Summary: Now it will be easy to protect crops from animals, 1 lakh farmers will get wire ban grant
Published on: 24 April 2023, 11:21 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now