ड्रिप-मल्चिंग तकनीक से हो रही उन्नत खेती, जानें क्या है यह विधि और किन फसलों के लिए है लाभदायक Flowers Tips: पौधों में नहीं आ रहे हैं फूल तो अपनाएं ये सरल टिप्स ICAR-IARI ने कई पदों पर निकाली भर्ती, बिना परीक्षा होगी सीधी भर्ती, वेतन 54,000 रुपये से अधिक, ऐसे करें अप्लाई Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 5 September, 2019 12:00 AM IST

बदलते हुए वक्त के साथ कृषि का तेजी से मशीनीकरण हुआ है, जिसके फलस्वरूप खेतों में बैलों का प्रयोग लगभग ना के बराबर रह गया है. इस बात को स्वीकार करने में कोई दो राय नहीं कि आज़ किसान को अधिक लाभ केवल मादा बछड़ों से ही है. शायद इस बात की गंभीरता को हिमाचल सरकार ने भी समझा है और यही कारण है कि पशुधन को बढ़ावा देने के लिए अनोखा कदम उठाया है. दरअसल केंद्र सरकार से स्वीकृती मिलने के बाद प्रदेश में जल्द ही सेक्स सॉर्टिड सीमन फेसिलिटी केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई गयी है. इस योजना को सरकार 47.50 करोड़ रुपये की लागत से शुरू करने जा रही है.

गौरतलब है कि इस योजना के तहत ऐसे इंजेक्शन बनाने की तैयारी है, जिससे देसी नस्ल की गायों के केवल मादा बछड़े ही पैदा होंगे. माना जा रहा है कि इस तरह ना सिर्फ डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा बल्कि सड़कों पर असमान्य बेसहारा पशुओं की समस्या भी कम हो सकेगी. इस बारे में बताते हुए सरकार ने कह कि हमारा लक्ष्य किसान के पशुधन को बढ़ाकर पशुपालकों को लाभान्वित करने का है.

सरकार दे रही है पशुपालन के लिए सब्सिडीः

बता दें कि पशुपालन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार किसानों को सब्सिडी दे रही है. पशुपालन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 6 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिसके तहत बीपीएल किसानों को 85 फीसद और अन्य किसानों को 60 फीसद सब्सिडी पर बकरियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं.

बता दें कि मशीनीकरण के कारण सड़कों पर बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या पर सरकार लंबें समय से परेशान है. इन पशुओं के कारण लोगों को जहां एक तरफ जान का खतरा बना रहता है, वहीं किसी बड़े हादसे की भी आशंका बनी रहती है.

English Summary: now cow will give birth to Female calf only government permission for injection
Published on: 05 September 2019, 06:34 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now