टिकाऊ कृषि के माध्यम से जायडेक्स कर रहा एक हरित भविष्य का निर्माण बाढ़ से फसल नुकसान पर किसानों को मिलेगा ₹22,500 प्रति हेक्टेयर तक मुआवजा, 5 सितंबर 2025 तक करें आवेदन बिना गारंटी के शुरू करें बिजनेस, सरकार दे रही है ₹20 लाख तक का लोन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 7 April, 2025 12:00 AM IST
खेरी नस्ल की भेड़ क्यों बन रही है पशुपालकों की पहली पसंद? (सांकेतिक तस्वीर)

Kheri sheep: खेरी नस्ल की भेड़ भारत की प्रमुख देसी भेड़ों में से एक है, जो मुख्य रूप से राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शुष्क एवं अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है. यह नस्ल अपने ऊन, मांस और पर्यावरणीय अनुकूलता के लिए जानी जाती है. किसानों और पशुपालकों के लिए खेरी भेड़ एक उपयोगी और लाभदायक पशु साबित हो रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां वर्षा कम और चारे की उपलब्धता सीमित होती है.

आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में खेरी नस्ल की भेड़ की पहचान और खासियत जानें.

खेरी भेड़ की पहचान 

खेरी नस्ल को अन्य भेड़ों से अलग पहचानने के लिए कुछ प्रमुख विशेषताएं होती हैं: 

  • इसका रंग आमतौर पर सफेद होता है, लेकिन सिर और टांगों पर हल्के भूरे या काले धब्बे पाए जा सकते हैं.
  • मध्यम आकार की होती है, शरीर संतुलित और मजबूत दिखता है.
  • नर भेड़ों में सिंग घुमावदार होते हैं, जबकि मादा भेड़ों में सिंग या तो बहुत छोटे होते हैं या होते ही नहीं.
  • खेरी भेड़ से ऊन भी प्राप्त होता है, हालांकि यह ऊन महीन नहीं बल्कि मोटा होता है और कालीन या अन्य मोटे वस्त्रों के लिए उपयुक्त होता है.
  • चेहरा पतला और लंबा होता है, जबकि कान लटके हुए और मध्यम आकार के होते हैं.

खेरी भेड़ की खासियत 

  • खेरी नस्ल की भेड़ गर्म और सूखे इलाकों में भी आसानी से जीवित रह सकती है. यह कम पानी और कम चारे में भी अच्छा दूध उत्पादन देती है.
  • इस नस्ल से अच्छा मांस प्राप्त होता है, जिससे यह मांस उत्पादन के लिए उपयुक्त मानी जाती है.
  • खेरी भेड़ की प्रजनन दर अच्छी होती है. एक साल में एक बार सामान्य रूप से बच्चे देती है और कभी-कभी जुड़वा भी.
  • इसकी देखभाल और चारा व्यवस्था आसान होती है, जिससे छोटे और सीमांत किसान भी इसे पाल सकते हैं.
  • हालांकि इसका ऊन बहुत महीन नहीं होता, लेकिन यह कालीन और मोटे ऊनी कपड़ों में इस्तेमाल होता है.

खेरी भेड़ का खानपान 

खेरी भेड़ को विशेष प्रकार की घास, सूखा चारा (जैसे बाजरे की ठूंठ, ज्वार, गेहूं की भूसी) और खली आदि खिलाई जाती है. गर्मियों में इन्हें अधिक पानी की आवश्यकता होती है, जबकि सर्दियों में सूखे चारे से ही इनका गुजारा हो जाता है.

खेरी भेड़ की कीमत 

खेरी नस्ल की भेड़ की कीमत उसकी उम्र, वजन, स्वास्थ्य और प्रजनन इतिहास पर निर्भर करती है. 

  • एक सामान्य मादा भेड़ की कीमत 5,000 से 10,000 रुपए के बीच होती है.
  • एक स्वस्थ वयस्क नर भेड़ की कीमत 8,000 से 15,000 रुपए तक हो सकती है.
  • गर्भवती मादा भेड़ की कीमत 12,000 रुपए से अधिक भी जा सकती है.
English Summary: kheri sheep breed identity benefits price guide for sheep farming
Published on: 07 April 2025, 02:04 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now