मुर्गी पालन की शुरुआत करने से पहले आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना होता है. अगर आप इससे सम्बंधित बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, तो आपको फायदे से ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. आज देश में मुर्गी पालन व्यवसाय से लगभग 30 लाख से ज्यादा किसान जुड़े हुए हैं.
इतना ही नहीं, आज देश इसको बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार या राज्य सरकारें भी कई तरह की योजनाओं को चला रही हैं. इसके साथ ही आपको पोल्ट्री फार्मिंग से सम्बंधित ट्रेनिंग भी दी जाती है. तो चलिए इस व्यवसाय के बारे में विस्तार से जानते हैं:
उद्देश्य का निर्धारण है जरुरी
किसी भी किसान या इस व्यवसाय को शुरू करने वाले को सबसे पहले इस पोल्ट्री फॉर्म को खोलने के उद्देश्य का निर्धारण करना जरुरी है. यहां उद्देश्य निर्धारण का मतलब यह है कि आप मांस, अंडे, चूजों या किसी अन्य के लिए खोल रहे हैं. दरअसल, मुर्गे पालन में भी कई तरह की किस्में होती हैं जो हर क्षेत्र में अलग-अलग काम के लिए पाली जाती हैं.
स्वरुप और बजट का करें चयन
आपको इस फॉर्म को खोलने से पहले इसके साइज़ का ध्यान रखना होता है. आपकी मुर्गियों या चूजों की संख्या ही आपके बजट को निश्चित करती है. आपके बजट में पालने की जगह, पोल्ट्री फॉर्म तैयार करने का बजट, मुर्गियों को खरीदने का बजट इत्यादि शामिल होते हैं. इसलिए आपको इसके बजट के साथ ही कुछ बजट भविष्य के लिए भी सुनिश्चित कर के चलना होगा.
अपने बाज़ार को निश्चित कर के चलें
आपको यह ध्यान में रखना है की आपने जिस काम के लिए यह पोल्ट्री फॉर्म खोला है उसके लिए बाज़ार कितनी दूर है और आपकी उस बाज़ार पर पकड़ कितनी मज़बूत है. इन सभी के लिए आपको एक रणनीति को तैयार रखना होगा जिसके बाद ही आप ज्यादा मुनाफा कमाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.
पंजीकरण का रखें ध्यान
आपको इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले पंजीकरण का पूरा ध्यान रखना होगा. आपके उद्देश्यों के अनुसार ही पंजीकरण से सम्बंधित काम भी पूरे करने होंगे. इसके लिए आपको अपना आधार, जमीन से सम्बंधित कागज़ या अन्य जरुरी दस्तावेजों को तैयार रखना होता है.
मुर्गियों की देखरेख पर करें खर्च
आपको इस व्यवसाय में यह काम सबसे ज्यादा ध्यान में रख कर करना होता है. इसका कारण यह है कि अगर एक भी बीमार पक्षी अन्य पक्षियों के सम्पर्क में आता है, तो वह बीमारी दूसरे पक्षियों को भी हो सकती है. कई बार तो पूरे के पूरे पोल्ट्री फॉर्म ही बीमारियों के चलते ख़त्म हो जाते हैं.
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