रेहला(झारखंड) के रहने वाले अक्षय सिंह ‘गॉट फार्म’ हाउस से आज अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. दूर-दूर से किसान उनसे बकरी पालन की ट्रेनिंग लेने आ रहे हैं. यहां आकर वो बकरियों की बीमारियों, डीवॉर्मिंग और खुराक के बारे में प्रशिक्षण ले रहे हैं. चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह उन्हें सफलता मिली.
अक्षय सिंह आज से 10 साल पहले सूरत में कपड़े का काम करते थे. लेकिन इस काम से उन्हें अधिक मुनाफा नहीं मिलता था. लागत अधिक और मुनाफा कम होने की वजह से धीरे-धीरे कर्जा बढ़ने लगा. आखिरकार उन्होंने इस काम को बंद कर कुछ अलग व्यवसाय करने का फैसला किया.
6 बकरियों से शुरू किया सफर
अपने एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने 6 बकरियों के सहारे काम शुरू किया. समय-समय पर आईसीआर से प्रशिक्षण लेना उनके लिए फायदेमंद रहा. विशेषज्ञों द्वारा प्रजनन स्टॉक, प्रभावी मार्केटिंग रणनीति और बाजार लिंकेज आदि प्रशिक्षण लेकर सफल होने में कामयाब रहे.
आज 300 से अधिक बकरियां
आज अक्षय के पास कुल 300 से अधिक बकरियां है. जिसमें बरबरी, सिरोही, जमुनापरी और बीटल नस्ल की बकरियां भी है.
बकरियों पर दें ध्यान
अक्षय का मानना है कि बकरियों को खरीदते समय खास ध्यान देना चाहिए. लेकिन खरीद के बाद इनकी सेवा करना भी जरूरी है. अच्छी से अच्छी नस्ल की बकरी का भी अगर ख्याल न रखा जाए, तो वो परिणाम निराशाजनक ही होंगें.
दूसरे राज्यों में भी प्रसिद्ध हैं अक्षय
अक्षय का गॉट फार्म आज सिर्फ रेहला में ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों में भी हो रहा है. उनकी बकरियां बिहार, उत्तर-प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों में भी खूब पसंद की जा रही है. बकरी पालन के लिए अक्षय को राज्य स्तर पर कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है.
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