Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 14 October, 2023 12:00 AM IST
घरेलू उपायों से करें बकरियों में अफारा, दस्त और पेट के कीड़ों का देशी इलाज

पशु पालन करने वाले किसानों के लिये सबसे जरूरी अपने पशुओं की सेहत का ख्याल रखना है. बकरी को रोगों के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. इसमें कई तरह के रोग होते हैं. जिनमें अफारा, दस्त और पेट में कीड़े ससे ज्यादा होने वाले रोग हैं. इनके लिए किसानों को समय-समय पर बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं.

आज हम आपको इनके इन रोगों के लिए कुछ ऐसे घरेलु उपाय बताने जा रहे हैं जिसके बाद आपको बकरी के इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. तो चलिए इन रोगों के इलाज के लिए आपको विस्तार से जानकारी देते हैं.

अफारा! मतलब गलत समय पर पानी पिलाना

बकरी पालन करने वाले किसानों को इनसे जुड़ी छोटी-छोटी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जब भी बकरी चारा खाती है तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की वह 2 घंटे तक पानी न पिए. इसका कारण यह होता है कि अगर खाने के दौरान बकरी पानी पीती है तो खाया गया चारा पेट में फूल जाता है. जिस कारण बकरी में अफारा रोग हो जाता है.

अफारा रोग हो जाने पर इलाज: बकरी को अफारा रोग हो जाने पर आपको देशी इलाज के लिए एक प्याज, एक चम्मच कला नमक और 2 बड़े चम्मच दही को ले लीजिये इसके बाद आपको इन सभी को पीस के मिला लेना है. यही पेस्ट आपको बकरी को खिला देना है.

बकरियों में दस्त

बकरियों में दस्त का रोग लगना आम बात है. यह रोग उनके पेट में घास या चारा खाते समय हानिकारक बैक्टीरिया के कारण होता है. इसके लिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि बकरियों को दूषित चारा या घास न खाएं.

दस्त का इलाज: बकरियों को अगर दस्त होने लगते हैं तो इसके इलाज के लिए आपको सबसे पहले चाय की पत्ती दो चम्मच खिला दें. जिससे इनके दस्त में आराम आएग. इसके अलावा आप इन्हें जामुन के पत्ते भी खिलाएं जो दस्त को ठीक करने में बहुत कारगर होते हैं.  

पेट में कीड़े होना

बकरियों के पेट में कीड़ों का होना एक सामान्य बीमारी है. यह रोग भी दूषित चारा खाने के कारण ही होता है. इसका पहला प्रबंधन भी साफ़ चारा है. दूषित या गंदा चारा कहें के कारण ही बकरियों में कई रोग होते हैं.

कीड़ों के लिए उपचार: पेट के कीड़ों के लिए सबसे अच्छी दवा बथुआ के पत्ते होते हैं. इसके साथ ही आप बकरी को छाछ भी पिला सकते हैं जिससे पेट के कीड़े मर जाते हैं.

यह भी पढ़ें: राज्य सरकार सब्जियों के बीजों पर दे रही 75 प्रतिशत सब्सिडी, जानें कैसे ले सकते हैं इस योजना का लाभ

यह सभी इलाज प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित हैं. इनके प्रयोग के साथ ही आपको बकरी की बीमारी को चिकित्सकीय परिक्षण के लिए भी ले जाना चाहिए. 

English Summary: Diseases occurring in goats and their home remedies Causes of bloat, diarrhea, and helminthic disease in goats
Published on: 14 October 2023, 05:49 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now