देश में दुग्ध क्रांति को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए कई अहम योजनाएं भी संचालित की गई है. इसी कड़ी में बिहार के गया में एक ऑपरेशन फ्लड (Operation Flood) की शुरुआत की गई है. उस ऑपरेशन के बाद शायद सच में दुग्ध क्रांति लाई जा सके.
क्या है ऑपरेशन फ्लड (What is Operation Flood)
इस ऑपरेशन फ्लड में हाइब्रीड नस्ल की गाय-भैंसें आईं, जिनकी दूध उत्पादन की क्षमता अधिक है. इसके साथ ही देसी नस्ल की गायों की संख्या कम होती गईं, लेकिन शायद कोई नहीं जानता है कि देसी नस्ल की गाय का दूध काफी पौष्टिक और दीर्घकालिक प्रभाव देने वाला होता है. बस इसी बात को ध्यान में रखते हुए किसानों को देसी नस्ल की गाय का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. खास बात यह है कि किसानों को गाय का पालन बेहतर रूप से करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
ए टू क्वालिटी का दूध होता है फायदेमंद (A2 Quality Milk is Beneficial)
सभी जानते हैं कि गाय का दूध बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें संपूर्ण आहार मौजूद होते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि हाइब्रीड नस्ल की गाय का दूध ए वन (A 1) क्वालिटी का होता है, तो वहां देसी नस्ल की गाय का दूध ए टू (A2) किस्म का होता है. इसमें कुछ खास तरह के प्रोटीन व अमीनो एसिड मौजूद होते हैं, जो कि शरीर को कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं.
देसी नस्ल की गाय पालन की जानकारी (Knowledge of Domesticated Cow Rearing)
कृषि विज्ञान केंद्र मानपुर में पशुपालकों को बेहतर तरीके से देसी नस्ल की गाय का पालन करने के लिए नए साल में प्रशिक्षण दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि कृषि विज्ञान केंद्र में पशुशाला का निर्माण किया जाएगा. जहां 2 गाय रखी जाएंगी. इसके बाद प्रशिक्षण दिया जाएगा कि अपने घर में कैसे गाय पालना है, उन्हें क्या खिलाना है, जिससे वह अधिक दूध दे सकें.
देसी गाय पालन के लिए अनुकूल परिस्थितियां (Favorable Conditions for Domestic Cow Rearing)
बिहार के गया में साहीवाल, गीर और सिंधी देसी नस्ल की गाय अधिक पाई जाती हैं. इनका पालन बेहतर तरीके से किया जा सकता है, क्योंकि यहां का मौसम इनके अनुकूल होता है. वैसे ग्रामीण इलाके में इन नस्लों की गाय का पालन करते हैं, लेकिन इनकी संख्या दिनों-दिन कमी होती जा रही है.
किसान शुरू करें देसी नस्ल की गाय का पालन (Farmers Start Rearing Cows of Native Breed)
पशु विशेषज्ञों का कहना है कि अब पशुपालकों को देसी नस्ल की गाय का पालन करना चाहिए. इससे उन्हें काफी बेहतर फायदा होगा.